नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी की टिप्पणी के बाद विवाद खड़ा हो गया है। मौलाना का कहना है कि मोहम्मद शमी ने चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान रोजा न रखकर गलती की है और उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है, जहां कुछ लोग मौलाना के समर्थन में हैं, तो कई लोग शमी के पक्ष में भी खड़े हैं।

मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने शमी पर क्या कहा?
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने शमी द्वारा मैच के दौरान एनर्जी ड्रिंक पीने पर टिप्पणी करते हुए कहा:
“इस्लाम में अनिवार्य कर्तव्यों में से एक ‘रोजा’ (उपवास) है। अगर कोई स्वस्थ पुरुष या महिला ‘रोजा’ नहीं रखता है, तो वह एक बड़ा अपराधी होता है। भारत के एक प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी मोहम्मद शमी ने मैच के दौरान पानी या कोई अन्य पेय पदार्थ लिया। लोग उन्हें देख रहे थे। अगर वह खेल रहे हैं, तो इसका मतलब है कि वह स्वस्थ हैं। ऐसी स्थिति में उन्होंने ‘रोजा’ नहीं रखा और पानी भी पी लिया। इससे लोगों में गलत संदेश जाता है।”
उन्होंने आगे कहा कि शरीयत के अनुसार शमी का रोजा न रखना “एक अपराध” है और उन्हें इसका हिसाब खुदा को देना होगा।
#WATCH | Bareilly, UP: President of All India Muslim Jamaat, Maulana Shahabuddin Razvi Bareilvi says, "…One of the compulsory duties is 'Roza' (fasting)…If any healthy man or woman doesn't observe 'Roza', they will be a big criminal…A famous cricket personality of India,… pic.twitter.com/RE9C93Izl2
— ANI (@ANI) March 6, 2025
शमी को लेकर छिड़ी बहस, क्रिकेटर को मिला समर्थन
मौलाना के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर दो पक्ष बन गए हैं। कई लोगों का मानना है कि खेल के दौरान रोजा रखना हर किसी के लिए संभव नहीं होता और खिलाड़ियों को अपने फिटनेस स्तर को प्राथमिकता देनी चाहिए।
एक सोशल मीडिया यूजर ने कहा:
“देश हमेशा धर्म से बड़ा होता है। मोहम्मद शमी देश के लिए खेल रहे हैं, और उन्हें अपनी फिटनेस और प्रदर्शन को प्राथमिकता देनी ही होगी।”
वहीं, कुछ कट्टरपंथी यूजर्स मौलाना के बयान से सहमति जताते हुए कह रहे हैं कि शमी को इस्लामिक नियमों का पालन करना चाहिए था।
शमी ने मैच में दिखाया दमखम, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार प्रदर्शन
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल मुकाबले में मोहम्मद शमी ने 10 ओवर में 48 रन देकर 3 विकेट झटके और अपनी गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी क्रम को झकझोर दिया। उन्होंने कपूर कोनोली, कप्तान स्टीव स्मिथ और नाथन एलिस को पवेलियन भेजा और भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।

मैच के बाद मोहम्मद शमी ने कहा:
“मैं अपनी लय फिर से हासिल करने की कोशिश कर रहा हूं और टीम के लिए ज्यादा योगदान देना चाहता हूं। दो विशेषज्ञ तेज गेंदबाज टीम में नहीं हैं, इसलिए मेरी जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ गई है। जब आप अकेले मुख्य तेज गेंदबाज होते हैं और दूसरा ऑलराउंडर होता है, तो आप पर अतिरिक्त कार्यभार आ जाता है। मुझे इसकी आदत हो गई है, और मैं हमेशा अपना 100% देने की कोशिश करता हूं।”
चोट से वापसी कर रहे हैं मोहम्मद शमी
गौरतलब है कि वनडे वर्ल्ड कप 2023 के दौरान मोहम्मद शमी चोटिल हो गए थे, जिसके चलते उन्हें सर्जरी करानी पड़ी और लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा। उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी से पहले इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में वापसी की थी।