मिल्कीपुर, उत्तर प्रदेश: मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव की आज हो रही वोटों की गिनती के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान ने शुरुआती राउंड में शानदार बढ़त बना ली है। वर्तमान समय में चंद्रभानु पासवान 14339 वोटों के साथ पहले स्थान पर हैं, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) के अजीत प्रसाद 12882 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर हैं। इस तरह, बीजेपी को मिल्कीपुर सीट पर बढ़त मिलती दिखाई दे रही है।

यूपी सरकार में मंत्री दानिश आजाद का बयान
बीजेपी के इस बढ़त के बाद यूपी सरकार के मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने मिल्कीपुर और दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “दिल्ली में आम आदमी पार्टी और उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी से जनता परेशान हो गई है। इन दोनों दलों ने जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है, जो स्वीकार्य नहीं है। जनता ने भारतीय जनता पार्टी पर विश्वास दिखाया है। समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी को अपनी हार स्वीकार करनी चाहिए। उत्तर प्रदेश में सपा का जो हाल हुआ है, दिल्ली में आम आदमी पार्टी का भी वही हाल होने वाला है।”
सपा सांसद अवधेश प्रसाद का आरोप
दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी के सांसद और मिल्कीपुर के पूर्व विधायक अवधेश प्रसाद ने बीजेपी पर चुनावी गड़बड़ी के आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव की मतगणना चल रही है, और भाजपा ने बेईमानी का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। हम कई बार चुनाव आयोग के सामने पूरी बात रख चुके हैं। हमारी सारी शिकायतें चुनाव में साबित हो रही थीं। भाजपा के गुंडे बूथ कैप्चर कर रहे थे, लेकिन चुनाव आयोग ने कुछ नहीं किया। इसके बावजूद बीजेपी हारेगी, और समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार जीतने वाला है।”

पांच राउंड की गिनती के बाद बीजेपी की बढ़त
वर्तमान में मिल्कीपुर में पांच राउंड की गिनती हो चुकी है, और बीजेपी के उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान ने 14339 वोटों की बढ़त बना ली है। उन्हें अब तक कुल 27221 वोट मिल चुके हैं। वहीं, सपा के उम्मीदवार अजीत प्रसाद के खाते में 12882 वोट आए हैं। हालांकि, इन शुरुआती आंकड़ों के आधार पर बीजेपी की जीत की संभावना मजबूत नजर आ रही है।
मिल्कीपुर सीट का महत्व
मिल्कीपुर विधानसभा सीट इस समय बीजेपी और सपा दोनों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है। यह सीट पहले समाजवादी पार्टी के पास थी, जो अवधेश प्रसाद के सांसद बनने के बाद खाली हुई थी। अब दोनों ही दल इस सीट पर अपना कब्जा जमाने के लिए पूरी ताकत से चुनावी मैदान में हैं, और दोनों दलों के समर्थक चुनाव परिणामों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।