अमेरिका: अमेरिका के मिनेसोटा राज्य में डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े दो प्रमुख नेताओं पर जानलेवा हमला हुआ है, जिससे देशभर में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। शनिवार देर रात डेमोक्रेटिक राज्य सीनेटर जॉन हॉफमैन और राज्य प्रतिनिधि मेलिसा हॉर्टमैन को एक संदिग्ध व्यक्ति ने उनके घर पर गोली मार दी। बताया जा रहा है कि हमलावर पुलिस की वर्दी में था और उसने कानून प्रवर्तन एजेंसी का सदस्य बताकर घर में प्रवेश किया।
सूत्रों के अनुसार, मेलिसा हॉर्टमैन और उनके पति को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सीनेटर जॉन हॉफमैन को भी गंभीर गोली लगने की खबरें हैं, हालांकि उनकी स्थिति को लेकर अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

मिनेसोटा के गवर्नर टिम वाल्ज ने इस वारदात की कड़ी निंदा करते हुए इसे “राजनीति से प्रेरित हमला” बताया। उन्होंने कहा,
“यह हमला हमारे लोकतंत्र की बुनियाद पर हुआ है। इस तरह की हिंसा किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। हम दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
इस बीच एफबीआई, स्टेट ब्यूरो ऑफ क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन और स्थानीय पुलिस मिलकर मामले की जांच कर रही हैं। अधिकारियों के अनुसार, यह एक “पूर्वनियोजित” हमला था, जिसमें हमलावर ने योजनाबद्ध तरीके से खुद को पुलिसकर्मी के रूप में प्रस्तुत किया।
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना को अमेरिका के लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बताया। उन्होंने कहा,
“मुझे मिनेसोटा में हुई भयानक गोलीबारी के बारे में जानकारी दी गई है, जो राज्य के सांसदों के खिलाफ एक लक्षित हमला प्रतीत होता है। अमेरिका में ऐसी भयावह हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
ट्रंप की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब अमेरिका में पार्टी नेताओं को लगातार धमकियों और हमलों का सामना करना पड़ रहा है।

यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब पूरे अमेरिका में राजनीतिक नेताओं, विशेषकर डेमोक्रेट्स को निशाना बनाने की घटनाएं बढ़ रही हैं। सोशल मीडिया और पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित रिपोर्टों के अनुसार, 2024 के चुनावों के बाद से अब तक कई राज्यीय नेताओं को जान से मारने की धमकियां मिल चुकी हैं।
जॉन हॉफमैन, जो 2012 से राज्य सीनेट में सक्रिय हैं, शिक्षा और सामुदायिक नीति के मुद्दों पर मुखर माने जाते हैं। वहीं मेलिसा हॉर्टमैन, जो लंबे समय से राज्य विधानमंडल में हैं, पर्यावरण और महिला अधिकारों की प्रबल पक्षधर थीं।