मायावती का विपक्ष पर हमला: सपा और कांग्रेस पर संविधान के साथ खिलवाड़ का आरोपबहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। 18वीं लोकसभा के पहले दिन सपा और कांग्रेस के सांसद संविधान की किताब लेकर संसद पहुंचे थे, जिसे लेकर मायावती ने उन्हें आड़े हाथों लिया।
मायावती ने विपक्ष पर संविधान के नाम पर नाटक करने का आरोप लगाते हुए कहा, “संसद में विपक्ष द्वारा संविधान की कॉपी दिखाने के मामले में ये सब एक ही थाली के चट्टे-बट्टे लग रहे हैं। इन दोनों ने मिलकर इस संविधान को जातिवादी, सांप्रदायिक और पूंजीवादी बना दिया है। सत्ता और विपक्ष की अंदरूनी मिलीभगत से जबरदस्ती संविधान बचाने का नाटक किया जा रहा है।”
बसपा प्रमुख ने सपा और कांग्रेस पर संविधान के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा, “अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए ये दोनों ही भारतीय संविधान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, जो कतई उचित नहीं है। इन दोनों ने मिलकर संविधान में इतने संशोधन कर दिए हैं कि अब यह समतामूलक, धर्मनिरपेक्ष नहीं बल्कि पूंजीवादी, जातिवादी और सांप्रदायिक संविधान बनकर रह गया है।”
मायावती ने आगे कहा, “ये दोनों ही आरक्षण को समाप्त करना चाहते हैं और अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और आदिवासियों को संविधान का लाभ नहीं देना चाहते।”
गौरतलब है कि सोमवार को सपा और कांग्रेस के सांसद संविधान की कॉपी लेकर संसद पहुंचे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब वाराणसी के सांसद के रूप में शपथ लेने पहुंचे, तब राहुल गांधी ने उन्हें संविधान की कॉपी दिखाई। सपा के सभी 37 सांसद भी संविधान की कॉपी लेकर संसद में उपस्थित थे।
लोकसभा चुनाव के दौरान भी सपा और कांग्रेस ने संविधान और आरक्षण बचाने का मुद्दा उठाया था। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का मानना है कि विपक्ष के झूठे प्रचार के कारण उत्तर प्रदेश में उन्हें नुकसान हुआ है।