महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राखी गौतम ने अपनी जंबो साइज कार्यकारिणी का गठन करते हुए पदाधिकारियों के नामों की घोषणा कर दी है। कार्यकारिणी में कुल 217 पदाधिकारीयों को नियुक्ति दी गई है जिनमें 46 उपाध्यक्ष, 72 महासचिव तथा 92 सचिव मनोनीत हुई हैं। मंत्री ममता भूपेश, डॉ. गिरी ए व्यास, डॉ. प्रभा ठाकुर, डॉ. कमला बेनीवाल, विजयलक्ष्मी बिश्नोई, शकुंतला रावत और अरुणा स्वामी को कार्यकारिणी में स्टेट एक्जीक्यूटिव मेम्बर बनाया गया है।
प्रदेश कार्यकारिणी में झुंझुनू से केवल 2 ही नाम शामिल किए गए हैं। चिड़ावा नगरपालिका चेयरमैन सुमित्रा सैनी और झुंझुनू की पूर्व उप सभापति बिमला बेनीवाल को एक बार फिर महिला कांग्रेस महासचिव पद की जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले 2020 में महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी रहीं नीतू वर्मा ने प्रदेश कार्यकारिणी व जिलाध्यक्षाें की नियुक्ति की थी जिसमें सुमित्रा सैनी और बिमला बेनीवाल को महासचिव बनाया गया था।
सुमित्रा सैनी, चिड़ावा चेयरमैन और पूर्व पीसीसी सदस्य
चिड़ावा नगर पालिकाध्यक्ष सुमित्रा सैनी पीसीसी कार्यकारिणी में सदस्य रह चुकी हैं। निकाय चुनाव में निर्दलीयाें के सहयाेग से वे पालिकाध्यक्ष के पद पर काबिज हुई। इससे पहले वे 2010 से 2015 तक बुडाना की सरपंच भी रह चुकी हैं। उनके पिता ओमप्रकाश सैनी मुख्यमंत्री अशाेक गहलाेत के नजदीकी लाेगाें में शामिल थे और वे भी चिड़ावा नगरपालिका के चेयरमैन रहे हैं। पिता के निधन के बाद सुमित्रा सैनी ने पहले चिड़ावा पालिका के पार्षद का चुनाव और बाद में चेयरमैन का चुनाव जीत कर पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया है। संगठन स्तर पर भी वे खासी सक्रिय हैं।
बिमला बेनीवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष
बिमला बेनीवाल झुंझुनूं नगर परिषद की उपसभापति रह चुकी हैं। जिले में 2015 में महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष बनीं बिमला बेनीवाल के पास इस पद की कमान 5 साल से अधिक समय तक रही है। निकाय चुनाव में बतुला बानो से चुनाव हारने के बाद विधायक बृजेंद्र ओला ने बेनीवाल काे नगर परिषद में पार्षद मनाेनीत कराया था। संगठनात्मक अनुभव के चलते उन्हें प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी मिली है। वे इससे पहले भी महिला कांग्रेस में प्रदेश महासचिव के पद पर रह चुकी हैं।