महाराष्ट्र: महाराष्ट्र विधानसभा का तीन दिवसीय विशेष सत्र आज से शुरू हो गया है। इस सत्र में सबसे पहले नवनिर्वाचित 288 विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। इसके बाद, 9 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। यह सत्र शीतकालीन सत्र (16-21 दिसंबर) से पहले विधायी प्रक्रियाओं के लिए आधार तैयार करने का महत्वपूर्ण अवसर है।
कालिदास कोलंबकर बने प्रोटेम स्पीकर
वरिष्ठ भाजपा विधायक कालिदास सुलोचना कोलंबकर को प्रोटेम स्पीकर के रूप में नियुक्त किया गया है। शुक्रवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कोलंबकर को शपथ दिलाई। प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी है कि वह सत्र के पहले दिन नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएं।
विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव: कड़ा मुकाबला
9 दिसंबर को होने वाले विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में मुख्य दावेदार भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार और पूर्व अध्यक्ष राहुल नार्वेकर हैं। चर्चा है कि नार्वेकर सरकार में मंत्री पद के इच्छुक हैं, जिससे मुनगंटीवार की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।
मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि शीतकालीन सत्र से पहले मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। शिवसेना नेता उदय सामंत ने मीडिया को बताया कि नए मंत्रिमंडल के गठन के लिए मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्रियों के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं। सामंत ने यह भी स्पष्ट किया कि किसे मंत्री बनाया जाएगा, यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है।
विधायकों की प्राथमिकता: विकास कार्य
नवनिर्वाचित विधायकों ने कहा है कि उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्रों के विकास पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है। यह विशेष सत्र नए विधायकों को अपनी प्राथमिकताएं तय करने और प्रदेश की विधायी कार्यप्रणाली को समझने का अवसर देगा।
सत्र क्यों है महत्वपूर्ण?
यह सत्र महाराष्ट्र में नवगठित विधानसभा के लिए विधायी एजेंडे को तय करने का मंच बनेगा। 16 से 21 दिसंबर तक नागपुर में होने वाले शीतकालीन सत्र की तैयारियों को लेकर इस सत्र को अहम माना जा रहा है।