नागपुर, महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब की कब्र को लेकर भड़की हिंसा के एक हफ्ते बाद अब हालात सामान्य हो गए हैं। शहर में शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए पुलिस ने कड़े कदम उठाए और विभिन्न इलाकों में लगाए गए कर्फ्यू को चरणबद्ध तरीके से हटा दिया गया है।

हिंसा के बाद कर्फ्यू और गिरफ्तारी
सोमवार, 17 मार्च को हुई इस हिंसा में कई पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग घायल हो गए थे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने नागपुर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया था। इसके अलावा, पुलिस ने हिंसा में शामिल 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था।
मास्टरमाइंड फहीम शमीम खान का घर गिराया गया
हिंसा के मास्टरमाइंड के रूप में नामित फहीम शमीम खान के अवैध निर्माण पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। नागपुर की संजय बाग कॉलोनी में स्थित फहीम के घर के अवैध हिस्से को बुलडोजर से गिरा दिया गया। प्रशासन की इस कार्रवाई के दौरान इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
फहीम शमीम खान पर लगे आरोप
फहीम खान, जो कि माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी का नेता है, पर आरोप है कि उसने भीड़ को भड़काकर हिंसा को अंजाम दिलवाया। इसके चलते कोर्ट ने उसे 21 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। बता दें कि फहीम खान केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुका है।

हिंसा की पृष्ठभूमि
आरोप है कि विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने महल गांधीगेट इलाके में औरंगजेब की तस्वीर और प्रतीकात्मक कब्र को जलाया। इस घटना के बाद धार्मिक भावनाएं आहत हुईं और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।
अल्पसंख्यक डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष फहीम खान ने दावा किया कि कुछ युवकों ने धार्मिक सामग्री जलाकर भावनाओं को ठेस पहुंचाई। इसके बाद उन्होंने भीड़ को उकसाने का काम किया। हालांकि, पुलिस ने फहीम खान के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया था।