सूरजगढ़, 20 अगस्त 2024: महपालवास के अमित उर्फ अंकित जाट की ऑनर किलिंग मामले में पुलिस कार्रवाई के बाद जिले के राजपूत समाज में आक्रोश है। राजपूत समाज द्वारा अमित की हत्या के बाद गिरफ्तार किए गए रिंकू सिंह पर गोली चलाने वाले पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग की गई है।
कुशलपुरा में आज राजपूत समाज के लोगों ने मीटिंग कर पुलिस कार्रवाई का विरोध किया है। मीटिंग में सूरजगढ़ ब्लॉक के जाखोद, कुशलपुरा, बलौदा उरीका से राजपूत समाज के लोग पहुंचे। मीटिंग के दौरान वक्ताओं ने बताया कि 6 अगस्त की शाम को महपालवास में तलवार और पिस्टल से हमला कर अमित उर्फ अंकित की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए कुशलपुरा के रिंकू सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था। बाद में तफ्तीश के दौरान 10 अगस्त को पुलिस रिंकू सिंह और उसके साथी विकास, सुमित व दक्षित को लेकर वारदात में काम में लिए हथियार बरामद करने कुलोठ खुर्द के जोहड़ में पहुंची थी। राजपूत समाज के लोगों का आरोप है कि जोहड़ में पुलिस ने रिंकू सिंह के पैर में गोली मार दी। समाज के लोगों ने कार्रवाई को गलत बताते हुए एक निन्दा प्रस्ताव पारित किया। समाज के प्रतिनिधियों ने मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध झुंझुनू एसपी को ज्ञापन देने का भी निर्णय लिया है।
पुलिस ने इस मामले में जानकारी दी थी कि रिंकू और विकास की निशानदेही पर पुलिस ने कुलोठ जोहड़ में छुपाए गए हथियार दो पिस्टल, एक तलवार व आठ जिंदा कारतूस बरामद किए थे। इसके बाद वापसी के दौरान रिंकू और विकास ने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें रुकने की चेतावनी देते हुए हवाई फायर किए। नहीं रुकने पर पुलिस ने आरोपियों पर फायर कर दिया। इसमें रिंकू सिंह के पैर में गोली लगी जबकि विकास भागते हुए गड्ढ़े में गिरकर घायल हो गया।
बैठक में ये रहे मौजूद
पुलिस कार्रवाई के विरुद्ध कृष्ण सिंह, विजेन्द्र सिंह, ललित सिंह, सोनू, महेन्द्र सिंह, विक्रम, विजेन्द्र सिंह, विनोद, राजू, पवन, सुरेन्द्र सिंह, उम्मेद सिंह, कैलाश शेखावत, बुद्धसिंह, सुमेर सिंह, राजेन्द्र सिंह, विरेन्द्र सिंह, शेरसिंह, जितेंद्र, अशोक, रणसिंह, अशोक सहित राजपूत समाज के अन्य लोग बड़ी संख्या में बैठक में मौजूद रहे।