हरोआ (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार(25 मई) को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर पूर्वी मेदिनीपुर जिले में आतंक का राज फैलाने और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक कार्यकर्ता की हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया। यह इलाका बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी का गढ़ माना जाता है।
ममता बनर्जी ने छठे चरण के चुनाव के दिन बशीरहाट लोकसभा सीट के अंतर्गत हरोआ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, “बीजेपी ने कल भी पूर्वी मेदिनीपुर जिले के महिषादल में हमारी पार्टी के एक सक्रिय सदस्य की हत्या कर दी। चुनाव में आसन्न हार के चलते वे लोगों और टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमला और हत्या कर रहे हैं। लेकिन हम उनके प्रयास का प्रतिरोध करेंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि दो दिन पहले पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम में कई घरों और दुकानों में आग लगा दी गई थी, जब बीजेपी की एक महिला सदस्य की हत्या कर दी गई थी और उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था। महिला का बेटा क्षेत्र में बीजेपी के एससी/एसटी मोर्चा का नेता है।
बीजेपी विधायक सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया था कि इन हमलों में टीएमसी के गुंडे शामिल थे, लेकिन टीएमसी नेताओं ने इसे बीजेपी के भीतर अंदरूनी कलह का नतीजा बताया।
रैली के दौरान ममता बनर्जी ने टीएमसी की एक विधायक पर भी निशाना साधा और उन पर बीजेपी के संपर्क में रहने का आरोप लगाया। उन्होंने स्पष्ट किया, “यदि विधायक 25 मई को हमारी सभा में शामिल नहीं होती है, तो उसका हमसे कोई संबंध नहीं रहेगा। यदि वह बीजेपी के साथ रहना चाहती है, तो मुझे कोई समस्या नहीं है। हमें ऐसे नेता चाहिए जो इस समय पार्टी और लोगों के लिए काम करें। उसके जैसे अन्य लोग भी जा सकते हैं।”
क्या है पूरा मामला?
शेख मैबुल शुक्रवार(24 मई) रात करीब 11 बजे एक पार्टी कार्यकर्ता को छोड़ने के बाद बाइक से अपने घर लौट रहे थे। उसी दौरान कुछ अज्ञात हमलावरों ने उन पर धारदार हथियार से कई बार वार किए। हमलावरों ने उन्हें मारने के बाद उनके शव को तालाब में फेंक दिया। TMC ने आरोप लगाया है कि इस हत्या के पीछे भारतीय जनता पार्टी (BJP) कार्यकर्ताओं का हाथ है। शेख मैबुल पूर्व ग्राम पंचायत सदस्य थे और अपनी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता थे।
पश्चिम बंगाल में चुनावी तनाव
यह घटना पश्चिम बंगाल में TMC और BJP के बीच बढ़ते तनाव का एक और उदाहरण है। चुनावी मौसम में यहां पहले भी कई बार दोनों दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो चुकी है। 19 अप्रैल को कूचबिहार में दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी। इसके अलावा 22 मई की रात नंदीग्राम में BJP और TMC के कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष हुआ, जिसमें BJP की एक महिला कार्यकर्ता की मौत हो गई थी और सात अन्य घायल हुए थे। इसी तरह, 20 मई को बैरकपुर में BJP उम्मीदवार अर्जुन सिंह और TMC कार्यकर्ताओं के बीच भी झड़प हुई थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।