मक्का, सऊदी अरब: सऊदी अरब में चल रही हज यात्रा पर भीषण गर्मी का साया मंडरा रहा है। तीखी धूप और लू के चलते अब तक 1300 से अधिक हज यात्रियों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में से 83% लोग वे हैं जो बिना किसी अनुमति के ही हज यात्रा पर पहुंचे थे।
यह जानकारी सऊदी प्रेस एजेंसी की रिपोर्ट से सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, “हाज यात्रा के दौरान अब तक 1301 लोगों की दुखद मौत हो चुकी है। इनमें से 83% लोग ऐसे थे जिन्होंने बिना परमिशन के ही हज यात्रा का रुख किया था। तीखी धूप में पैदल यात्रा करना ही इनकी मौत का कारण बना।”
मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा
बीते सप्ताह एएफपी की रिपोर्ट में बताया गया था कि हज यात्रा में 1100 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, रविवार तक सऊदी सरकार ने आधिकारिक तौर पर हज यात्रा में मौतों की संख्या का खुलासा नहीं किया था।
हालांकि, सरकार ने माना था कि 15 और 16 जून को हज यात्रा पर सबसे ज्यादा भीड़ थी और इस दौरान 577 लोगों की मौत हो गई थी। ये मौतें तब हुईं जब हाजी ‘शैतान को पत्थर मारने’ की रस्म अदा कर रहे थे।
सऊदी सरकार ने क्या कहा
सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्री फाहद अल-जलाजेल ने रविवार को कहा कि “इस साल हज यात्रा सफल रही।” उन्होंने कहा कि “हमने लोगों को अत्यधिक गर्मी से अवगत कराने के लिए हरसंभव प्रयास किए।” उन्होंने मृतकों के लिए अल्लाह से माफी और जन्नत की दुआ की।
गर्मी और भीड़ बनी मुश्किल
इस साल मक्का में तापमान 52 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। भीषण गर्मी में खुली धूप में पैदल चलना लोगों के लिए बेहद मुश्किल हो रहा है। हज यात्रा से भारत लौटे कई जायरीन भी बताते हैं कि वहां धूप और गर्मी के कारण लोग बेहोश होकर गिर रहे हैं।
बिना अनुमति के आने वालों की संख्या ज्यादा
सऊदी प्रशासन का कहना है कि मरने वालों में उनकी संख्या अधिक है जो किसी अन्य काम से सऊदी अरब आए थे और अब बिना अनुमति के हज यात्रा में भाग ले रहे हैं। इनमें मिस्र से आए लोगों की संख्या अधिक है।