मंड्रेला: कस्बे के भार्गव मोहल्ले में स्थित लाठो की प्राचीन हवेली, जो लंबे समय से जर्जर हालत में खड़ी थी और आमजन की सुरक्षा के लिए खतरा बनी हुई थी, आखिरकार शनिवार को ध्वस्त कर दी गई। नगरपालिका के नोटिस का पालन करते हुए हवेली मालिक ने स्वयं अपने स्तर पर हवेली का हिस्सा और चारदीवारी तुड़वाकर जिम्मेदारी की मिसाल कायम की।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह हवेली कई वर्षों से खंडहर बन चुकी थी और बरसात के दिनों में इसके गिरने की आशंका और बढ़ जाती थी। इससे पहले भी तीन अन्य हवेलियों और एक मकान पर नोटिस जारी किया गया था, जिन पर जल्द ही कार्रवाई होना बाकी है।
नगरपालिका ईओ सन्नी भांबू ने कहा कि नगरपालिका का मुख्य उद्देश्य आमजन की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। जर्जर भवन कभी भी गिर सकते हैं और बड़ा हादसा कर सकते हैं। इसलिए भवन मालिकों को स्वयं ध्वस्तीकरण करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
नगरपालिका ने साफ संदेश दिया है कि शहर को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। शेष तीन हवेलियों और एक मकान पर भी जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
हवेली ध्वस्तीकरण के बाद स्थानीय निवासियों ने राहत की सांस ली। उन्होंने कहा कि लंबे समय से यह ढांचा उनके परिवारों के लिए खतरा बना हुआ था। समय रहते नगरपालिका ने कदम उठाया और मालिक ने भी जिम्मेदारी निभाई। मोहल्लेवासियों ने नगरपालिका चेयरमैन कुलदीप सिंह शेखावत और ईओ सन्नी भांबू का आभार प्रकट किया।





