सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से स्टूडेंट्स ने जमाया रंग
(पिलानी, सोमवार, 30 अक्टूबर)।
मंडेलिया शिक्षण संस्थान के संस्थापक स्व. दुर्गा प्रसाद मंडेलिया के 116 वें जन्मदिवस के अवसर पर रविवार, 29 अक्टूबर को संस्थान का स्थापना दिवस “फाउंडर्स डे” के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर बीआईटीएस के एलुमिना रिलेशंस के डीन प्रोफेसर आर्य कुमार मुख्य अतिथि एवं मोहनलाल पीरामल गर्ल्स पीजी कॉलेज, बगड़ की प्रिंसिपल एवं मंडेलिया संस्थान की पूर्व छात्रा डॉ. अंशु सोनी विशिष्ट अतिथि रहे।
कार्यक्रम के आरम्भ में संस्था के वर्तमान अध्यक्ष श्रवण कुमार मंडेलिया की ओर से श्रीमती इंद्रमणि मंडेलिया शिक्षा निकेत के प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार ने उपस्थित अतिथियों के सम्मान में स्वागत भाषण प्रस्तुत किया जिसके बाद सरस्वती वंदना एवं नवदुर्गा वंदना के साथ कार्यक्रम विधिवत प्रारम्भ हुआ।
1980 से संचालित हो रहा है महाविद्यालय
कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ.अशोक कुमार ने महाविद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि 1980 में इस महाविद्यालय की स्थापना से लेकर आज तक महाविद्यालय में विज्ञान, कला एवं वाणिज्य संकाय के साथ संचालित हो रहा है। इस वर्ष तकनीकी शिक्षा को ध्यान में रखते हुए बीसीए और एमए (ज्योग्राफी) जैसे नए कोर्स भी प्रारंभ किया जा रहे हैं। खेल के क्षेत्र में भी महाविद्यालय नए आयाम स्थापित कर रहा है। पिछले दो सत्र से निरंतर शेखावाटी विश्वविद्यालय की छात्रा वर्ग की ट्रॉफी महाविद्यालय की छात्राओं ने जीती है।
1949 में की गई थी विद्यालय की स्थापना
श्रीमती जानकी देवी मंडेलिया स्कूल की प्राचार्या डॉ. स्मितांजलि मिश्रा ने भी स्कूल का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और बताया की 1949 में स्थापित महिला शिक्षा को समर्पित यह विद्यालय वर्तमान समय में सह शैक्षणिक प्रारूप में सीबीएसई द्वारा संबद्धता प्राप्त कर निरंतर वृद्धि कर रहा है।
कार्यक्रम में महाविद्यालय और विद्यालय के खेल एवं शैक्षणिक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं एवं एनसीसी के उत्कृष्ट कैडेट्स को ट्रॉफी व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रोफेसर आर्य ने कहा की स्व. दुर्गा प्रसाद मंडेलिया बिरला घराने के महापुरुष घनश्याम दास बिरला के लिए हनुमान की तरह थे और उनकी सोच दूरगामी थी। वे जीवन में चुनौतियां लेना पसंद करते थे। विशिष्ट अतिथि डॉ अंशु सोनी ने कहा की मंडेलिया शिक्षण संस्थान मेरे परिवार जैसा है और शिक्षा के क्षेत्र में अपनी मूल संस्कृति और संस्कारों के साथ विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए यह सर्वोत्तम स्थान है।
स्टूडेंट्स ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से मन मोहा
कार्यक्रम में महाविद्यालय एवं विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने नवदुर्गा, हनुमान चालीसा, देशभक्ति गीत नाटक तथा विभिन्न राज्यों को प्रदर्शित करते हुए नृत्य एवं मोबाइल के दुरुपयोग पर आधारित ‘माइम’ प्रस्तुत कर उपस्थित दर्शकों को मंत्र मुक्त कर दिया।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर पवन जखोडिया, मूर्तिकार मातुराम वर्मा, रिशाल सिंह मेड़तिया, पूर्व पालिकाध्यक्ष विजय हलवाई, डॉ. करण बेनीवाल, राजेंद्र प्रसाद डाडा के साथ संस्थान सदस्य सोनिया माथुर, नितेंद्र पाठक, अर्चना शर्मा, ललिता राठौड़, कैप्टन विजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चंद सैनी, अलका यादव, विनीता शर्मा, डॉ. त्रिवेणी, डॉ. सावित्री, अजय डालमिया, सुरेश सैनी, सुरेंद्र शर्मा सहित समस्त मंडेलिया संस्थान सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समापन पर महाविद्यालय की उपप्राचार्या डॉ. दीप्ति कौशिक ने सभी का आभार प्रकट किया।