हैदराबाद: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हैदराबाद में आयोजित भारत शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी की मौजूदा रणनीति और भविष्य की दिशा को लेकर महत्वपूर्ण बातें रखीं। राहुल गांधी ने कहा कि कुछ साल पहले कांग्रेस पार्टी खुद को पूरी तरह से फंसा और अलग-थलग महसूस कर रही थी। उस समय की नई राजनीति, जो आक्रामक थी और जिसमें विपक्ष से संवाद नहीं बल्कि उसे कुचलने का प्रयास किया जा रहा था, ने पार्टी के सभी रास्ते बंद कर दिए थे।

राहुल गांधी ने बताया कि इस कठिन परिस्थिति में कांग्रेस पार्टी ने अपने इतिहास की ओर देखा और कन्याकुमारी से कश्मीर तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकालने का फैसला किया। इस यात्रा से राहुल गांधी ने दो महत्वपूर्ण सीखें प्राप्त कीं। पहली, कि विरोधी गुस्से, डर और नफरत पर अपना एकाधिकार बनाए हुए हैं, और दूसरी, कि कांग्रेस को प्रेम, करुणा और भाईचारे के मार्ग पर चलते हुए एक नया, मजबूत नैरेटिव खड़ा करना होगा।
उन्होंने कहा, “अगर हम गुस्से, डर और नफरत के मैदान में खेलेंगे, तो वे हमें हर बार हरा देंगे। हमें प्रेम, करुणा और सहयोग के आधार पर राजनीति करनी होगी।”
राहुल गांधी ने यह भी सवाल उठाया कि कांग्रेस को किस जगह और किस भावना के साथ काम करना चाहिए और कैसे एक सशक्त और सकारात्मक वैकल्पिक विमर्श देश के सामने रखा जा सकता है।
#WATCH | Hyderabad, Telangana: At the Bharat Summit, Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi says, "Some years ago, we in the Congress Party felt completely trapped and isolated. This new politics, aggressive politics, a politics where the opposition is not talked to, but the… pic.twitter.com/FIR3qo8Bmg
— ANI (@ANI) April 26, 2025
रेवंत रेड्डी ने तेलंगाना सरकार की उपलब्धियां गिनाईं
भारत शिखर सम्मेलन के दौरान तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने राज्य की प्रगति और सरकार की उपलब्धियों का विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि तेलंगाना समृद्ध इतिहास, अनूठी संस्कृति और गौरवशाली परंपराओं की भूमि है। रेवंत रेड्डी ने याद दिलाया कि छात्रों, श्रमिक संगठनों, किसानों और महिलाओं के नेतृत्व में लंबे संघर्ष के बाद तेलंगाना को अलग राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग राज्य बनने के बाद भी जनता की कई आकांक्षाएं अधूरी रह गई थीं। कांग्रेस सरकार को सत्ता सौंपते हुए जनता ने जो भरोसा जताया था, उसे निभाने के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है।

मुख्य उपलब्धियां इस प्रकार रहीं:
- 20,617 करोड़ रुपए के कृषि ऋण माफ किए गए, जिससे 25.5 लाख किसान ऋणमुक्त हुए।
- किसानों को 24 घंटे मुफ्त बिजली आपूर्ति की जा रही है।
- “रैथु भरोसा” योजना के तहत किसानों को प्रति एकड़ सालाना 12,000 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
- भूमिहीन कृषि मजदूरों को भी सालाना 12,000 रुपए प्रति परिवार की सहायता दी जा रही है।