नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत द्वारा 1 बिलियन टन कोयला उत्पादन के ऐतिहासिक मील का पत्थर पार करने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए गर्व का क्षण है और यह उपलब्धि देश की ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक विकास और आत्मनिर्भरता की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “1 बिलियन टन कोयला उत्पादन की यह ऐतिहासिक उपलब्धि वास्तव में उल्लेखनीय है। यह सफलता कोयला क्षेत्र के समर्पित कार्यबल के कठिन परिश्रम और निरंतर प्रयासों का परिणाम है। यह मील का पत्थर भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
टिकाऊ खनन की दिशा में बढ़ते कदम
कोयला और खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने भी इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “भारत ने कोयला उत्पादन में 1 बिलियन टन का आंकड़ा छू लिया है, जो आधुनिक तकनीकों और कुशल तरीकों के उपयोग से संभव हुआ है। हमने न केवल उत्पादन बढ़ाया है, बल्कि टिकाऊ और जिम्मेदार खनन को भी प्राथमिकता दी है।”
A Proud Moment for India!
— Narendra Modi (@narendramodi) March 21, 2025
Crossing the monumental milestone of 1 Billion tonnes of coal production is a remarkable achievement, highlighting our commitment to energy security, economic growth and self-reliance. This feat also reflects the dedication and hardwork of all those… https://t.co/K8sHQssLHq
मंत्री ने कहा कि यह उपलब्धि देश की बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने में सहायक होगी और आर्थिक विकास को गति देगी। साथ ही, इस सफलता से भारत को ऊर्जा क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर बढ़ने में मदद मिलेगी। उन्होंने कोयला क्षेत्र के कर्मियों को उनके समर्पण के लिए बधाई दी।
कोयला उत्पादन में लगातार वृद्धि
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2024 में भारत ने 988.32 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया, जबकि 2023 में यह उत्पादन 918.02 मिलियन टन था। इस प्रकार, वर्ष 2024 में कोयला उत्पादन में 7.66 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

विशेषज्ञों के अनुसार, इस वृद्धि का श्रेय सरकार की प्रभावी नीतियों, प्रगतिशील खनन तकनीकों और निजी क्षेत्र की भागीदारी को जाता है। सरकार ने कोयला खनन में स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों के उपयोग को भी प्राथमिकता दी है, जिससे पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में मदद मिली है।