भारत मालदीव Row: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप की कुछ तस्वीरें साझा कीं और लोगों से यहां घूमकर आने की बात कही थीं. इसको सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया गया. इसके बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स ने लक्षद्वीप और मालदीव की तुलना भी की और कई सोशल मीडिया यूजर्स ने यह भी लिख दिया कि मालदीव जाने की अब क्या जरूरत है? इसके बाद मालदीव को मिर्ची लग गई, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तल्खी बनी हुई.
दरअसल, लक्षदीप की खूबसूरती देखकर लोगों ने उसकी प्रशंसा की, जोकि मालदीव की मंत्री मरियम शिउना को रास नहीं आई. मरियम ने पीएम मोदी की तस्वीरों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की. इसके साथ ही मालदीव के दो और नेताओं ने भी ऐसा ही किया. इसके बाद भारतीयों के बीच मालदीव के नेताओं को लेकर गुस्सा सामने आया और बॉलीवुड सितारों से लेकर आम लोगों ने भी सोशल मीडिया पर #एक्प्लोरइंडियनआईलैंड्स ट्रेंड में हिस्सा लेते हुए मालदीव की तरफ से की गई टिप्पणी पर आपत्ति जताई.
मालदीव के खिलाफ व्यापारियों ने किया प्रदर्शन
इस घटना की वजह से व्यापारी भी मालदीव सरकार से काफी नाराज हैं और अपना आक्रोश दिखाने के लिए कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने देश भर के व्यापारियों एवं निर्यातकों से यह अपील की है कि वे मालदीव के साथ व्यापार संबंध तुरंत स्थगित करें. व्यापारियों का मानना है कि पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी केवल उनके नहीं, बल्कि भारत के खिलाफ है. व्यापारियों ने इसके खिलाफ मंगलवार (9 जनवरी) को प्रदर्शन भी किया.
मालदीव सरकार सार्वजनिक तौर पर भारत से मांगे माफी
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री मोदी पर हाल में की गई अपमानजनक टिप्पणियां कतई भी स्वीकार्य नहीं है. इस तरह के अशोभनीय कृत्य पर मालदीव सरकार को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए. हम भारत के व्यापारियों की ओर से इस पर अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हैं.
व्यापारी वर्ग का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय संबंध बनाए रखने तथा आपसी व्यापार को जारी रखने के लिए जरूरी है कि संबंधों की मर्यादा रखी जाये. लेकिन मालदीव के जिम्मेदार लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी कर उस मर्यादा को तार तार किया है.
टूर्स एंड ट्रैवल कंपनियों ने दिया मालदीव को झटका
हालांकि, भारत सरकार और भारतीयों के कड़े रूख के बाद डैमेज कंट्रोल करने के लिए मालदीव सरकार के इन नेताओं को सस्पेंड कर दिया गया, लेकिन भारत में अभी भी इस घटना के बाद से लोगों में गुस्सा बरकरार है. टूर्स एंड ट्रैवल कंपनियों की तरफ से भी मालदीव को झटका लगा है.
सोमवार (8 जनवरी) रात को ‘ईज मॉय ट्रिप’ ने मालदीव की फ्लाइट बुकिंग को रद्द करने का ऐलान किया है. बड़ी संख्या में भारतीय मालदीव घूमने जाते हैं. मालदीव की बड़ी अर्थव्यवस्था भारतीय टूरिस्ट पर भी टिकी हुई है. आंकड़ों की माने तो भारत से हर साल करीब दो लाख टूरिस्ट मालदीव यात्रा करते हैं.