पेरिस, फ्रांस: ओलंपिक का पहला दिन भारत के लिए बहुत ही सकारात्मक रहा, विशेष रूप से निशानेबाजी, हॉकी, और मुक्केबाजी में। महिला मुक्केबाज प्रीति पवार ने अपने दमदार प्रदर्शन से न केवल भारतीय दर्शकों बल्कि अंतरराष्ट्रीय खेल प्रेमियों का दिल भी जीत लिया।
मुक्केबाजी में प्रीति पवार की शानदार शुरुआत
प्रीति पवार ने 54 किग्रा महिला मुक्केबाजी इवेंट के पहले दौर में वियतनाम की वो थी किम अन्ह को 5-0 से हराकर राउंड ऑफ 16 में जगह बना ली। इस जीत के साथ प्रीति ने अपने ओलंपिक करियर की शानदार शुरुआत की और भविष्य के लिए उम्मीदें बढ़ा दी हैं।
मुकाबले का विवरण
मुकाबले के पहले राउंड में प्रीति ने थोड़ा धीमी शुरुआत की, जिससे किम को कुछ बढ़त मिली। पहले राउंड के आखिर में प्रीति ने अपने शानदार पंच से मुकाबले का रूख पलट दिया। जजों के 3-2 के स्प्लिट डिसीजन के बाद प्रीति ने दूसरे राउंड में जोरदार वापसी की। उन्होंने अपने हुक और जैब का शानदार तालमेल दिखाते हुए इस राउंड को जीता।
तीसरे और निर्णायक राउंड में, प्रीति ने आक्रामक खेल दिखाते हुए किम को पूरी तरह बैकफुट पर धकेल दिया। प्रीति ने निर्णायक राउंड में भी जीत हासिल की और सर्वसम्मत फैसले से मुकाबला अपने नाम कर लिया।
भविष्य की चुनौतियाँ
राउंड ऑफ 16 में प्रीति का सामना कोलंबिया की येनी अरियास से होगा, जो विश्व चैम्पियनशिप की रजत पदक विजेता हैं। यह मुकाबला प्रीति के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है, लेकिन उनके आत्मविश्वास और खेल कौशल को देखते हुए उम्मीद की जा सकती है कि वह इस चुनौती को भी पार कर लेंगी।
प्रीति पवार: एक उभरती सितारा
20 वर्षीय प्रीति पवार ने पिछले साल एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था और अब पेरिस ओलंपिक में उनसे पदक की उम्मीदें बढ़ गई हैं। उनके कोचों और प्रशंसकों का कहना है कि प्रीति का खेल में धैर्य और आक्रामकता का संयोजन उन्हें एक अद्वितीय मुक्केबाज बनाता है।