नई दिल्ली: भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने सुरक्षा बलों को राजनीति से जोड़ने पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि सेना को राजनीति से दूर रखना चाहिए और इस संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहले ही स्पष्ट जवाब दे दिया है। एएनआई के साथ एक साक्षात्कार में जनरल द्विवेदी ने बताया कि यह जरूरी है कि सेना का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्य के लिए नहीं किया जाए।
सेना को राजनीति से अलग रखना जरूरी: जनरल द्विवेदी
जनरल द्विवेदी ने कहा, “मुझे लगता है कि राजनीतिक जवाब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दे दिया है और रक्षा मंत्रालय ने इसका विवरण दिया है। लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि सेना को राजनीति से पूरी तरह अलग रखा जाए।” उन्होंने यह स्पष्ट किया कि सेना का मुख्य कार्य सुरक्षा बनाए रखना है और वह किसी भी राजनीतिक विवाद का हिस्सा नहीं होनी चाहिए।

राहुल गांधी की टिप्पणी पर किया खंडन
जनरल द्विवेदी से कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा की गई टिप्पणी पर सवाल किया गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि सेना प्रमुख ने यह बयान दिया था कि चीन ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की है। इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूरी तरह से खंडन किया था। जनरल द्विवेदी ने कहा कि भारतीय सेना कभी भी विवादित क्षेत्र में नहीं गई है, बल्कि अब वह और अधिक मुखर और सहज हो गई है।
भारतीय सेना की उपस्थिति में बदलाव
जनरल द्विवेदी ने बताया कि पहले 2001 और 2007 में भारतीय सेना की उपस्थिति काफी कम थी, खासकर आईटीबीपी (इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस) के क्षेत्र में। लेकिन अब भारतीय सेना की स्थिति मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने विवादित क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति को स्पष्ट रूप से बढ़ाया है।
एलएसी पर स्थिति स्पष्ट की
एलएसी (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) पर सेना की स्थिति को लेकर जनरल द्विवेदी ने कहा कि भारत ने इस क्षेत्र में पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित किया है। इसके लिए सैनिकों के लिए क्वार्टर, सड़कें और ट्रैक तैयार किए गए हैं। उन्होंने बताया, “हम जहां भी हैं, हम वहां सहज और मुखर हैं।”

चीन के साथ स्थिति पर दी प्रतिक्रिया
चीन के साथ एलएसी पर मौजूदगी को लेकर जनरल द्विवेदी ने कहा कि समय के साथ भारत और चीन दोनों ने इस क्षेत्र में अपनी स्थिति को मजबूत किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारतीय सेना ने विवादित क्षेत्र में घुसपैठ नहीं की है, बल्कि वह जहां भी है, वहां अपनी स्थिति को सशक्त बना चुकी है।
पाकिस्तान और बांग्लादेश में आईएसआई की मौजूदगी पर चिंता
जनरल द्विवेदी ने पाकिस्तान के आतंकवादी गतिविधियों को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने बांग्लादेश के चिकन नेक क्षेत्र में पाकिस्तान सेना और आईएसआई अधिकारियों की मौजूदगी को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की। जनरल द्विवेदी ने कहा, “यह सुनिश्चित करना होगा कि भारत विरोधी तत्व इस इलाके का इस्तेमाल भारत में आतंकवादी भेजने के लिए न कर पाएं।”
भारत विरोधी तत्वों पर निगरानी जरूरी
जनरल द्विवेदी ने इस संदर्भ में कहा कि पाकिस्तान के लिए आतंकवाद केंद्र शब्द का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तानी सेना और आईएसआई ने हाल ही में बांग्लादेश में भारतीय सीमा के पास स्थित संवेदनशील क्षेत्रों का दौरा किया था, जो भारतीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है