नई दिल्ली: भारत और जापान के बीच रक्षा सहयोग में एक नया मील का पत्थर स्थापित करते हुए, दोनों देशों ने एक महत्वपूर्ण समझौता किया है। इस समझौते के तहत भारत अपनी नौसेना के लिए जापान से एक उन्नत कम्युनिकेशन सिस्टम ‘यूनिकॉर्न’ खरीदेगा। नई दिल्ली में आयोजित मंत्रिस्तरीय 2+2 बैठक के दौरान, जो कि भारत और जापान के रक्षा और विदेश मंत्रियों के बीच तीसरी बैठक थी, इस समझौते पर सहमति बनी।
जापानी यूनिकॉर्न एंटिना सिस्टम: एक परिचय
यूनिकॉर्न, जिसे जापान की तीन प्रमुख कंपनियों – एनईसी कॉर्पोरेशन, संपा कोग्यो के.के., और योकोहामा रबर कंपनी लिमिटेड ने मिलकर विकसित किया है, एक उन्नत और बहुउद्देश्यीय कम्युनिकेशन सिस्टम है। इस प्रणाली का पूरा नाम ‘यूनिफाइड कॉम्प्लेक्स रेडियो एंटिना’ है, और इसे जापान की मोगामी-श्रेणी के फ्रिगेट्स पर तैनात किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य उच्चतम गुणवत्ता के स्टेल्थ कम्युनिकेशन को सुनिश्चित करना है, जिससे कि रेडियो तरंगें अधिक दूरी तक पहुँच सकें और संचालन को गुप्त रखा जा सके।
योकोहामा रबर कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, यूनिकॉर्न को स्टेल्थ बनाने के लिए डेक पर लगे विभिन्न एरियल एंटेना को एक सपोर्ट कॉलम में एकीकृत किया गया है। इसके अलावा, यूनिकॉर्न की मेंटिनेंस और तैनाती प्रक्रिया भी अत्यधिक सरल है, जो इसे और भी प्रभावी बनाती है।
यूनिकॉर्न की विशेषताएं
यूनिकॉर्न में कई उन्नत विशेषताएं हैं, जो इसे अत्याधुनिक सामरिक उपकरण बनाती हैं। इसमें शामिल प्रमुख तत्व हैं:
- लिंक 16 नेटवर्क: यह नेटवर्क नाटो और पश्चिमी देशों द्वारा उपयोग किया जाने वाला सामरिक डेटा नेटवर्क है, जो सुरक्षित और कुशल संचार सुनिश्चित करता है।
- टैक्टिकल एयर नेविगेशन सिस्टम: यह प्रणाली जहाज की दिशा और उस पर तैनात हेलीकॉप्टरों की स्थिति की सटीक जानकारी प्रदान करती है।
- IFF एंटिना: यह एंटिना मित्र और शत्रु की पहचान करता है, जिससे सुरक्षा और हमले की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया संभव हो सके।
- ESM/ES-R सिस्टम: यह प्रणाली पास आते हुए जहाजों का पता लगाती है और आवश्यक जानकारी प्रदान करती है।
- UHF/VHF ट्रांसमीटिंग/रीसिविंग एंटेना सिस्टम: यह सिस्टम कम दूरी के संचार के लिए वायरलेस नेटवर्क की सुविधा प्रदान करता है।
- ORQ-2B-4 ऑफशोर वायरलेस राउटर: यह वाई-फाई बैंड सोनार द्वारा दी गई पहचान की जानकारी को रियल-टाइम में प्रदान करता है।