नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के वयोवृद्ध नेता और देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को न्यूरो से संबंधित समस्या के कारण दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 96 वर्षीय आडवाणी का इलाज अस्पताल के न्यूरोलॉजी विभाग के विशेषज्ञ डॉ. विनीत सूरी की देखरेख में चल रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर है और उन्हें निरंतर चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है।
पहले भी हो चुके हैं अपोलो अस्पताल में भर्ती
लालकृष्ण आडवाणी को इस साल यह तीसरी बार अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले जुलाई के पहले सप्ताह और अगस्त के महीने में भी उन्हें चिकित्सकीय देखरेख के लिए अस्पताल लाया गया था। दोनों ही बार उन्हें न्यूरो संबंधी दिक्कतों के चलते भर्ती किया गया था। अस्पताल में दो दिनों तक इलाज के बाद उनकी तबीयत में सुधार होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया था। उस समय भी उनका इलाज डॉ. विनीत सूरी और उनकी टीम ने किया था।
दिल्ली एम्स में भी किया गया था इलाज
अपोलो अस्पताल में भर्ती होने से पहले लालकृष्ण आडवाणी को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भी भर्ती कराया गया था। उस समय भी उन्हें रातभर अस्पताल में रखा गया और आवश्यक परीक्षणों के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था।
राजनीति में अद्वितीय योगदान
लालकृष्ण आडवाणी भारतीय राजनीति में एक बड़ा नाम हैं। अपने लंबे राजनीतिक करियर में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राम मंदिर आंदोलन और रथयात्रा जैसे कई बड़े आंदोलनों में उनकी सक्रिय भागीदारी रही है।
भाजपा नेताओं ने की शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की है।
न्यूरोलॉजिकल समस्याओं पर बढ़ी चिकित्सकीय चिंता
96 वर्षीय आडवाणी की बढ़ती उम्र के कारण न्यूरो संबंधी समस्याओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में समय पर इलाज और सतर्कता बेहद जरूरी है।