चिड़ावा: शहर में राष्ट्रीय जागरण ज्योति कलश यात्रा के शुभारंभ के साथ ही पूरा नगर धार्मिक और आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर हो गया। गायत्री मंदिर से विधिवत आरंभ हुई इस ज्योति कलश यात्रा में बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता निभाई। भजन-कीर्तन, पुष्प वर्षा और श्रद्धा के भावों के साथ निकली यह यात्रा नगरवासियों के लिए आस्था और जागरण का प्रेरणास्रोत बनी।
गायत्री मंदिर से हुआ विधिवत शुभारंभ
राष्ट्रीय जागरण ज्योति कलश यात्रा का शुभारंभ चिड़ावा स्थित गायत्री मंदिर से विधिपूर्वक किया गया। यात्रा के प्रारंभ होते ही शहर में धार्मिक वातावरण बन गया। श्रद्धालु हाथों में ज्योति कलश लेकर नगर के विभिन्न मार्गों से होकर आगे बढ़ते नजर आए। पूरे मार्ग में आस्था, अनुशासन और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला।
नगर मार्गों पर पुष्प वर्षा से हुआ स्वागत
ज्योति कलश यात्रा जैसे-जैसे आगे बढ़ी, नगर के विभिन्न क्षेत्रों में श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया। यात्रा के दौरान महिला एवं पुरुष श्रद्धालु भजन-कीर्तन करते हुए चल रहे थे, जिससे वातावरण भक्तिमय बना रहा। नगरवासियों की सक्रिय सहभागिता ने आयोजन को विशेष बना दिया।
कल्याण प्रभु मंदिर में हुई पूजा-अर्चना
यात्रा श्री कल्याण प्रभु मंदिर के सामने पहुंची, जहां मंदिर के पुजारी हीरालाल द्वारा विधिवत पूजा-अर्चना संपन्न करवाई गई। इसके पश्चात मैंन बाजार स्थित कल्याण प्रभु मंदिर के सामने राम अमृतवाणी ग्रुप परिवार की ओर से यात्रा का जोरदार पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया, जिससे श्रद्धालुओं का उत्साह और बढ़ गया।

श्रद्धालुओं की रही उल्लेखनीय सहभागिता
इस धार्मिक आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। यात्रा में राजकुमार मोदी, शुभकरण बजाज, अमित जिसपाल, बाबूलाल सैनी, राजकुमार जिसपाल, महावीर नायक, बीजू सोनी, मुकेश मंड्रेलिया, प्रदीप पुजारी, अशोक जोशी, रवि तामड़ायत और सत्यनारायण भारतीय सक्रिय रूप से उपस्थित रहे। वहीं महिला श्रद्धालुओं में शिक्षा बजाज, बबिता जिसपाल, रिया, निधि, दिव्यांशी और पूनम सोनी ने श्रद्धा और उत्साह के साथ सहभागिता निभाई।
धार्मिक और आध्यात्मिक वातावरण से सराबोर रहा चिड़ावा
राष्ट्रीय जागरण ज्योति कलश यात्रा के दौरान पूरे चिड़ावा नगर में धार्मिक और आध्यात्मिक माहौल बना रहा। श्रद्धालुओं की आस्था, अनुशासन और सामूहिक सहभागिता ने इस आयोजन को सफल और स्मरणीय बना दिया। यात्रा ने नगर में जागरण, संस्कार और भक्ति का संदेश दिया।





