वायरल वीडियो: छत्तीसगढ़ के रायपुर विधानसभा उपचुनाव के बीच एक विवादित वीडियो ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। भाजपा के उम्मीदवार एवं पूर्व सांसद सुनील सोनी के इस वीडियो पर सवाल खड़े किए गए, जिसमें वह एक मौलाना को गले लगाते और फिर उन्हें किस करते हुए नजर आ रहे हैं। भाजपा ने इसे झूठा और फर्जी करार दिया, जबकि कांग्रेस ने इस पर गंभीर आरोप लगाते हुए इसे चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश की। इस मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस के बीच घमासान छिड़ गया है।
वीडियो विवाद की शुरुआत और भाजपा की प्रतिक्रिया
रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की ओर से पूर्व सांसद सुनील सोनी को उम्मीदवार बनाया गया। इसके कुछ ही समय बाद, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया, जिसमें सोनी एक मौलाना को गले लगाते और फिर किस करते हुए दिख रहे थे। इस वीडियो के सार्वजनिक होते ही भाजपा समर्थकों ने इसे फर्जी बताना शुरू कर दिया। सुनील सोनी ने खुद इस वीडियो को ‘एआई’ के जरिए बनाया गया फेक वीडियो करार दिया और कांग्रेस पर इसे झूठ फैलाने का आरोप लगाया।
वायरल वीडियो:
कांग्रेस का पलटवार: सबूत के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस
भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कांग्रेस ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। कांग्रेस ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उसी मौलाना को बुलाया, जो वीडियो में नजर आ रहे थे। मौलाना ने अपनी उपस्थिति में दावा किया कि वीडियो असली है और वह उस दिन सुनील सोनी से मिले थे। मौलाना ने कहा कि सोनी ने पहले उन्हें गले लगाया और फिर उन्हें किस किया। मौलाना के इस बयान के बाद से भाजपा और सोनी की स्थिति और असहज हो गई है।
सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया
इस वीडियो के प्रसारण के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई यूजर्स ने भाजपा के उम्मीदवार पर व्यंग्य कसे। एक यूजर ने लिखा, “भाजपा की क्या हालत हो गई है यार?” जबकि दूसरे ने सवाल उठाया, “अगर कर भी लिया तो गलत क्या है? झूठ बोलने की क्या जरूरत थी?” कुछ लोगों ने इस मसले को सोनी का निजी मामला बताते हुए इसे विवाद न बनाने की सलाह दी, वहीं अन्य लोगों ने मौलाना की आलोचना करते हुए कहा कि यदि मौलाना ने उस समय विरोध नहीं किया, तो अब क्यों इस पर बवाल मचाया जा रहा है।