बीएसएफ में कार्यरत बनगोठड़ी के जवान अनंगपाल जांगिड़ का आज उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अन्तिम संस्कार किया गया। अनंगपाल जांगिड़ की लोकसभा चुनाव के दौरान असम के गुवाहाटी में ड्यूटी लगी थी, जहां हृदय गति रुक जाने की वजह से उनका निधन हो गया था। शहीद के शव को लेकर बीएसएफ की 162वीं बटालियन की टुकड़ी आज सुबह पिलानी पहुंची थी, जहां से गांव तक तिरंगा यात्रा के साथ शव को बनगोठड़ी लाया गया।
गांव के मुक्ति धाम में क्षेत्रीय विधायक पितराम सिंह काला ने भी बीएसएफ जवान के शव पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सीमा सुरक्षा बल की टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। जवान के बेटे आशीष ने अपने पिता के शव को मुखाग्नि दी। इस दौरान वहां मौजूद ग्राम वासी देर तक देशभक्ति के नारे लगाते रहे।
इससे पहले सुबह हेड कांस्टेबल अनंगपाल जांगिड़ का तिरंगे में लिपटा शव उनके घर पहुंचा तो उनकी मां और पत्नी बेसुध हो गईं। मृतक जवान के दोनों बच्चे भी पिता के शव से लिपट कर रो पड़े।
1998 में बीएसएफ में हुए थे भर्ती
अनंगपाल जांगिड़ बीएसएफ की 162 बटालियन में हेड कांस्टेबल के पद पर कार्यरत थे और वे छत्तीसगढ़ में पदस्थ थे। उन्होंने 1998 में फोर्स ज्वॉइन की थी। परिवार में पत्नी सुमन (38 वर्ष) गृहिणी हैं, दिव्यांग बेटा आशीष (19 वर्ष) और बेटी मितल (16 वर्ष) हैं। शहीद जवान अनंगपाल जांगिड़ के पिता नंदलाल जांगिड़ भी बीएसएफ में हवलदार के पद से रिटायर हुए हैं। आज बेटे के निधन के बाद पिता नंदलाल जांगिड़ भी शोकमग्न थे।
अन्तिम संस्कार में विधायक पितराम काला, पिलानी चेरमैन हीरालाल नायक सहित ताराचंद पीटीआई हमीनपुर, गौ रक्षक कुलदीप आर्य, राजवीर मास्टर, सरपंच राजीव मेघवाल, समी, आकाश नायक, मीर सिंह फौजी, सूरत सिंह धनखड़, सूरजभान पूनिया, सुरेश जांगिड़, इंद्र पूनिया, रणवीर नायक व अन्य ग्रामवासी बड़ी संख्या में शामिल हुए।