जयपुर, 17 फरवरी 2025: बीआईटीएस पिलानी के ज्ञान भागीदारी सहयोग से एआईसीटीई इनोवेशन सेंटर, जयपुर में “व्यावसायिक विचारों के नवाचार और व्यावसायीकरण” पर पांच दिवसीय प्रबंधन विकास कार्यक्रम (MDP) आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल एवं एआईसीटीई, जयपुर की पहल पर किया गया, जिसमें एलएनएमआईआईटी और बीआईटीएस पिलानी प्रमुख भागीदार रहे।
एमएसएमई और नवाचार केंद्रों की भूमिका पर जोर
कार्यक्रम का उद्देश्य राजस्थान के 25 शैक्षणिक इनक्यूबेटरों के प्रमुखों और इनोवेशन काउंसिल के प्रतिनिधियों को व्यावसायिक विचारों को व्यवहारिक समाधान में बदलने के लिए आवश्यक ज्ञान और उपकरण प्रदान करना था। नवाचार और इनक्यूबेशन केंद्र स्टार्टअप्स, एमएसएमई और उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूती देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये केंद्र नवीनतम तकनीकों को अपनाने, व्यावसायिक डिज़ाइन और रणनीतियों को विकसित करने एवं विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान करने में मदद करते हैं।

बीआईटीएस पिलानी ने दिया नवाचार और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर मार्गदर्शन
*बीआईटीएस पिलानी, जो इस कार्यक्रम का प्रमुख ज्ञान भागीदार था, ने *व्यावसायिक विचारों के व्यावसायीकरण पर विशेष कार्यशालाओं और केस स्टडी विश्लेषण का आयोजन किया। राजनीश कुमार – प्रमुख, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण कार्यालय, बीआईटीएस पिलानी ने शैक्षणिक इनक्यूबेटरों की वित्तीय स्थिरता पर व्याख्यान दिया।
प्रमुख वक्ता एवं विशेषज्ञों के सत्र
इस कार्यक्रम में विभिन्न विशेषज्ञों और उद्योग जगत के अनुभवी व्यक्तियों ने अपने विचार साझा किए:
- गौरव जोशी (संयुक्त निदेशक एवं प्रमुख, एमएसएमई मंत्रालय) – क्षेत्रीय इनक्यूबेटरों के बीच ज्ञान साझा करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
- दिपन साहू (सहायक नवाचार निदेशक, शिक्षा मंत्रालय, एआईसीटीई) – नवाचार प्रबंधन और रणनीतिक योजना पर चर्चा की।
- महावीर प्रताप शर्मा (अध्यक्ष, टाई इंडिया एंजल्स और आरएआईएन) – उद्यमशीलता और निवेश अवसरों पर विचार रखे।
- बख्शी (पार्टनर इनक्यूबेशन, आईआईएमए वेंचर) – नवाचार को बाजार में उतारने की रणनीतियों पर चर्चा की।
- श्वेता चौधरी (निदेशक, इनोव्हर) – नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने के तरीकों पर मार्गदर्शन दिया।

कार्यक्रम के प्रमुख शैक्षणिक विशेषज्ञ
- रमेश मित्तल (एलएनएमआईआईटी) – स्टार्टअप रणनीति और इनोवेशन मॉडल पर व्याख्यान दिया।
- शीउ जैन (एलएनएमआईआईटी) – उद्यमशीलता में डिज़ाइन थिंकिंग के महत्व को समझाया।
- अक्षय जैन (निदेशक, विपणन, एमिटी जयपुर) – नवाचार वित्त पोषण तंत्र पर सत्र आयोजित किया।
नवाचार और उद्यमशीलता को मिलेगा बढ़ावा
पांच दिवसीय इस एमडीपी कार्यक्रम का समापन इंटरैक्टिव पीयर-टू-पीयर नॉलेज-शेयरिंग और नेटवर्किंग सत्र के साथ हुआ। इस पहल के माध्यम से राजस्थान के इनक्यूबेशन केंद्रों और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को और सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया।
इस कार्यक्रम ने यह दर्शाया कि *बीआईटीएस पिलानी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान नवाचार, तकनीकी विकास और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह पहल *भारत को वैश्विक नवाचार और व्यावसायिक विकास के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगी।