पटना, बिहार: बिहार विधानसभा में आज राज्य का वार्षिक बजट पेश किया जाएगा। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सुबह 11 बजे सदन में वित्त वर्ष 2024-25 का बजट पेश करेंगे। यह बजट मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मौजूदा कार्यकाल का अंतिम बजट होगा, क्योंकि इस साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
सूत्रों के अनुसार, नीतीश सरकार इस बार करीब 3.15 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश कर सकती है। चुनावी साल को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से कई लोक-लुभावन घोषणाएं किए जाने की संभावना है।

महिलाओं, किसानों और युवाओं पर रहेगा सरकार का फोकस
इस बार के बजट में सरकार का मुख्य ध्यान महिलाओं, किसानों और युवाओं पर रहने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि सरकार रोजगार, शिक्षा और आर्थिक सहायता के क्षेत्र में अहम घोषणाएं कर सकती है। इसके अलावा, बुजुर्गों की पेंशन राशि में वृद्धि की जा सकती है और महिलाओं को विशेष आर्थिक मदद देने की भी संभावना है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चुनावी साल होने के कारण सरकार गरीबों, किसानों और मजदूरों के लिए कल्याणकारी योजनाओं का ऐलान कर सकती है। इसके तहत नौकरी, स्वरोजगार, कृषि सब्सिडी और इनफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स की घोषणा की जा सकती है।
तेजस्वी यादव ने की इन मांगों की पेशकश
बजट से पहले राजद नेता तेजस्वी यादव ने सरकार के सामने कई मांगें रखी हैं। उन्होंने मांग की है कि –
- महिलाओं को ‘माई-बहन योजना’ के तहत 2500 रुपये महीना दिया जाए।
- वृद्धजन पेंशन योजना के तहत पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये किया जाए।
- दिव्यांग पेंशन योजना में लाभार्थियों को 400 से बढ़ाकर 1500 रुपये दिया जाए।
- बिहार के गरीब परिवारों को फ्री बिजली दी जाए।
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार 20 वर्षों से मुख्यमंत्री हैं, लेकिन अब तक उन्होंने वृद्धजनों, दिव्यांगों और महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि महिलाओं को वित्तीय सहायता दी जाए ताकि वे अपने परिवार और बच्चों की अच्छी देखभाल कर सकें।

बजट में सड़क, स्वास्थ्य, सिंचाई और शिक्षा को मिलेगी प्राथमिकता
बजट में सड़क, स्वास्थ्य, सिंचाई, पर्यटन और खेल के लिए बड़ी राशि आवंटित किए जाने की उम्मीद है। बिहार में बुनियादी ढांचे के विकास पर खास जोर दिया जा सकता है। इसके तहत नई सड़क परियोजनाओं, ग्रामीण विकास योजनाओं और सिंचाई व्यवस्था को मजबूत करने के लिए बजट में महत्वपूर्ण राशि का आवंटन किया जा सकता है।
इसके अलावा, सरकारी स्कूलों और कॉलेजों के इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार, डिजिटल शिक्षा के विस्तार और स्वास्थ्य सुविधाओं के उन्नयन के लिए भी महत्वपूर्ण घोषणाएं हो सकती हैं।
नीतीश कैबिनेट का हुआ विस्तार, बीजेपी के सात मंत्री शामिल
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। हाल ही में हुए इस विस्तार में बीजेपी के सात विधायकों को मंत्री बनाया गया है। इन मंत्रियों के नाम इस प्रकार हैं –
- संजय सरावगी
- सुनील कुमार
- जीवेश मिश्रा
- कृष्ण कुमार मंटू
- विजय मंडल
- राजू सिंह
- मोतीलाल प्रसाद
इस मंत्रिमंडल विस्तार में जातीय समीकरण का विशेष ध्यान रखा गया है। बीजेपी ने राजपूत, भूमिहार, कुर्मी, कुशवाहा और केवट जातियों को साधते हुए अपने मंत्री चुने हैं, ताकि विधानसभा चुनाव में इस वर्ग के मतदाताओं को आकर्षित किया जा सके। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कैबिनेट विस्तार का आगामी विधानसभा चुनावों में क्या प्रभाव पड़ता है।