ढाका, बांग्लादेश: सोमवार को बांग्लादेश में हुए तख्तापलट ने देश को हिला कर रख दिया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और राजधानी ढाका छोड़ दी है। सेना प्रमुख वकर-उज़-ज़मान ने एक टेलीविजन संबोधन में घोषणा की कि सेना एक अंतरिम सरकार का गठन करेगी। रिपोर्ट्स के अनुसार, शेख हसीना अपनी बहन शेख रेहाना के साथ देश से बाहर चली गई हैं।
हाईलाइट
- प्रधानमंत्री का इस्तीफा: शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और देश छोड़ दिया है।
- सेना का नियंत्रण: सेना प्रमुख वकर-उज़-ज़मान ने अंतरिम सरकार के गठन की घोषणा की है।
- हिंसा और मौत: हिंसक झड़पों में 300 से अधिक लोगों की मौत की अपुष्ट रिपोर्ट्स हैं।
- कैदियों का फरार होना: शेरपुर जिला जेल से 500 कैदी फरार हो गए हैं।
- पुलिस स्टेशनों पर हमले: चटगांव में उपद्रवियों ने पुलिस स्टेशनों पर हमले किए हैं।
- अंतरिम सरकार: मुहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का मुख्य सलाहकार नियुक्त किया गया है।
- आगजनी और तोड़फोड़: विभिन्न प्रतिष्ठानों और सरकारी कार्यालयों में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई हैं।
- मशरफे मुर्तजा का घर – पूर्व क्रिकेटर मशरफे मुर्तजा के घर को आग के हवाले कर दिया गया है।।
हिंसक झड़पों में 300 से अधिक लोगों की मौत
रविवार को बांग्लादेश की सड़कों पर हुए हिंसक झड़पों में 300 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, हालांकि इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। प्राइम टीवी न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, बांग्लादेश में चल रही हिंसा के बीच उपद्रवियों ने शेरपुर जिला जेल में घुसकर 500 कैदियों को जेल से भागने का मौका दिया।
कर्फ्यू के बीच लाठी-डंडों और स्थानीय हथियारों से लैस भीड़ ने जुलूस निकाला। एक समय तो वे जिले के दमदमा-कालीगंज इलाके में स्थित जेल में घुस गए, जेल का गेट तोड़ दिया और आग लगा दी।
चटगांव में पुलिस स्टेशनों पर हमले
चटगांव में उपद्रवियों ने कम से कम छह पुलिस स्टेशनों पर हमला किया, तोड़फोड़ की और आग लगा दी, हथियार, गोलियां और विभिन्न उपकरण लूट लिए। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इसके अलावा, अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के घरों और अधिकारियों को भी निशाना बनाया गया।
मुहम्मद यूनुस होंगे अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार
छात्र आंदोलन के समन्वयक ने जानकारी दी कि मुहम्मद यूनुस बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार होंगे। भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के समन्वयकों ने मंगलवार को इस बात की घोषणा की है।
विभिन्न प्रतिष्ठानों और कार्यालयों में आगजनी
उपद्रवियों ने शेरपुर जिले में विभिन्न प्रतिष्ठानों और कार्यालयों में भी आग लगा दी। इसके अलावा उपद्रवियों ने दोपहर करीब एक बजे सदर थाने में भी आग लगा दी। डीसी क्वार्टर, न्यू मार्केट, सदर एएसपी सर्किल ऑफिस, जिला परिषद, जिला चुनाव कार्यालय, सोनाली बैंक, जिला अंसार-वीडीपी कार्यालय और अन्य दुकानों और प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की गई।
बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा के बीच पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा सांसद मशरफे मुर्तजा के घर पर हमला
बता दें कि बांग्लादेश के पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा सांसद मशरफे मुर्तजा के घर को आग के हवाले कर दिया गया है। यह घटना उस समय हुई जब देश में विरोध प्रदर्शन अपने चरम पर हैं। मशरफे मुर्तजा, जो कि प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग से सांसद हैं, के घर में तोड़फोड़ और लूटपाट के मामले भी सामने आए हैं।
मुर्तजा का राजनैतिक सफर
मशरफे मुर्तजा बांग्लादेश के नरैल-2 निर्वाचन क्षेत्र से सांसद हैं। उन्हें शेख हसीना का करीबी माना जाता है। उन्होंने इसी साल लगातार दूसरी बार नरैल-2 सीट से जीत हासिल की थी। उनके घर के अलावा, जिले में आवामी लीग के कार्यालय और पार्टी के प्रेसिडेंट सुभाष चंद्र बोस के घर को भी हिंसक तत्वों ने निशाना बनाया।
देशभर में फैली हिंसा
नारायणगंज-4 निर्वाचन क्षेत्र में भी कई नेताओं के घरों में लूटपाट और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई हैं। इसके अलावा, शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद उनके सरकारी आवास पर भी लूटपाट और तोड़फोड़ की गई है। स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हसीना के पिता शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा को भी ध्वस्त कर दिया गया है।
क्रिकेट करियर की झलक
मशरफे मुर्तजा ने बांग्लादेश के लिए 20 साल तक क्रिकेट खेला और लंबे समय तक टीम के कप्तान भी रहे। उन्होंने अपने करियर में 36 टेस्ट मैच खेले, जिनमें उन्होंने 78 विकेट और 797 रन बनाए। 220 वनडे मुकाबलों में उन्होंने 270 विकेट लिए और 1,787 रन बनाए। अपने 54 मैचों के टी20 करियर में उन्होंने 42 विकेट और 377 रन बनाए।
स्थिति पर प्रतिक्रिया
आवामी लीग ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं, मुर्तजा ने इस घटना को लोकतंत्र और मानवता पर हमला करार दिया है। उन्होंने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है और सरकार से सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने की मांग की है।