ढाका, बांग्लादेश: बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर कट्टरपंथियों द्वारा लगातार हमले हो रहे हैं। ताजा घटना चटगांव के एक दुर्गा पूजा समारोह की है, जहां कुछ कट्टरपंथियों ने पूजा पंडाल में घुसकर इस्लामिक गीत गाने की कोशिश की, जिससे सांप्रदायिक तनाव और अशांति फैल गई। इस घटना से देशभर में हिंदू समुदाय के लोगों में आक्रोश है, और पुलिस ने इस संबंध में कई मुकदमे दर्ज किए हैं। अब तक 17 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
दुर्गा पूजा पंडाल में जबरन इस्लामिक गीत गाने से माहौल गरमाया
ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, चटगांव के जेएम सेन हॉल में शारदीय दुर्गा पूजा के दौरान यह घटना हुई, जब कुछ कट्टरपंथी मंच पर चढ़कर इस्लामिक गीत गाने लगे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिससे तनाव और बढ़ गया। चटगांव मेट्रोपॉलिटन पुलिस के एडीसी (पीआर) काजी एमडी तारेक अजीज ने बताया कि इस मामले में एक एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें धार्मिक अपराध और अशांति फैलाने का आरोप लगाया गया है।
हिंदू समुदाय में आक्रोश, पूजा परिषद ने न्यायिक जांच की मांग की
घटना के बाद, बांग्लादेश पूजा उद्जापोन परिषद के अध्यक्ष बासुदेव धर और महासचिव संतोष शर्मा ने एक बयान जारी कर इस घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि इस अप्रत्याशित घटना से हिंदू समुदाय को गहरा आघात पहुंचा है और इसे लेकर व्यापक आक्रोश है। उन्होंने सरकार से इस घटना की न्यायिक जांच की मांग की और दोषियों को कठोर सजा देने की अपील की।
देशभर में बढ़ते हमले, दुर्गा पूजा समारोहों में सुरक्षा पर सवाल
बांग्लादेश में हिंदुओं की आबादी लगभग 8 प्रतिशत है, और वे लगातार कट्टरपंथी ताकतों के निशाने पर हैं। 5 अगस्त को शेख हसीना के निष्कासन के बाद भड़की हिंसा के दौरान हिंदू समुदाय पर हमले और भी बढ़ गए। पुलिस महानिरीक्षक एमडी मोइनुल इस्लाम के अनुसार, 1 अक्टूबर से देशभर में चल रहे दुर्गा पूजा समारोह के दौरान 35 से अधिक अप्रिय घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें कई पूजा पंडालों पर हमले हुए हैं। अब तक 11 मुकदमे दर्ज किए गए हैं और 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
सतीखिरा में काली मंदिर से मां काली का मुकुट चोरी
इससे पहले बांग्लादेश के सतीखिरा स्थित जेशोरेश्वरी मंदिर से दुर्गा पूजा के दौरान मां काली का मुकुट चोरी हो गया था। यह मुकुट 2021 में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बांग्लादेश यात्रा के दौरान मंदिर को उपहार स्वरूप भेंट किया गया था। इस घटना ने भी हिंदू समुदाय में भय और असुरक्षा की भावना को और गहरा कर दिया है।