बठिंडा, पंजाब: रविवार को पंजाब के बठिंडा में राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने एक बड़ी दुर्घटना को टालते हुए दिल्ली-बठिंडा एक्सप्रेस की पटरियों पर संदिग्ध हालत में नौ लोहे की छड़ें बरामद कीं। पुलिस को आशंका है कि यह किसी साजिश का हिस्सा हो सकता है, जिसका उद्देश्य ट्रेन को पटरी से उतारने का हो सकता है। हालांकि, घटना के पीछे का उद्देश्य स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन रेलवे सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं खड़ी हो गई हैं।
जीआरपी ने शुरू की जांच, अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज
जीआरपी ने मौके से नौ लोहे की छड़ें बरामद करने के बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच अधिकारी शविंदर कुमार ने बताया कि इन लोहे की छड़ों का रेलवे ट्रैक पर पाया जाना बेहद संदिग्ध है, और इसे एक संभावित साजिश के रूप में देखा जा रहा है। पुलिस फिलहाल यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस घटना के पीछे कौन लोग हैं और उनका मकसद क्या था। जांच के दौरान आसपास के क्षेत्रों में सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही हैं, और स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है।
रेल ट्रैक पर संदिग्ध गतिविधियों की बढ़ती घटनाएं
बठिंडा की यह घटना अपने आप में पहली नहीं है। हाल के दिनों में देशभर में कई स्थानों पर रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध वस्तुएं और अवरोधक मिल रहे हैं, जो रेलवे सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता का विषय बन गया है।
उदाहरण के तौर पर, उत्तर प्रदेश के प्रेमपुर स्टेशन के पास रविवार को एक मालगाड़ी के लोको पायलट ने रेलवे ट्रैक पर एक गैस सिलेंडर देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगाए, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई। जांच में पता चला कि सिलेंडर 5 लीटर का खाली गैस सिलेंडर था। घटना के बाद रेलवे प्रशासन और स्थानीय पुलिस सतर्क हो गई है और मामले की जांच चल रही है।
अन्य हालिया घटनाएं
रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध गतिविधियों का बढ़ना रेलवे सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन चुका है। हाल ही में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई।
- 20 सितंबर: उत्तर प्रदेश के रामपुर में दून एक्सप्रेस के लोको पायलट ने रेलवे ट्रैक पर लोहे की छड़ें पड़ी देखीं और समय रहते ब्रेक लगा दिए। अधिकारियों को शक है कि यह तोड़फोड़ की साजिश हो सकती है।
- 19 सितंबर: राजस्थान के अजमेर जिले में बिलासपुर रोड और रुद्रपुर शहर के बीच रेलवे ट्रैक पर छह मीटर लंबी लोहे की रॉड मिली थी। लोको पायलट की सतर्कता के कारण ट्रेन समय पर रोकी गई और एक बड़ी दुर्घटना टल गई। इस मामले में भी अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
रेलवे सुरक्षा पर सवाल, प्रशासन ने उठाए कदम
इन घटनाओं ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच एजेंसियां और सुरक्षा विशेषज्ञ इन घटनाओं को ट्रेनों को पटरी से उतारने की साजिश के रूप में देख रहे हैं। रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे को अतिरिक्त सतर्कता बरतने और सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने के निर्देश दिए हैं।
रेलवे ट्रैक की नियमित निगरानी बढ़ा दी गई है, और संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं। भारतीय रेलवे द्वारा हाल ही में ट्रैक सुरक्षा की समीक्षा की गई है, और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।