नई दिल्ली, 5 मई 2024: टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया पर राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें अस्थाई तौर पर सस्पेंड कर दिया है। यह कार्रवाई पूनिया द्वारा 10 मार्च को सोनीपत में आयोजित राष्ट्रीय ट्रायल्स के दौरान डोप सैंपल नहीं देने पर की गई है।
NADA का आरोप
NADA का आरोप है कि पूनिया ने डोप टेस्ट देने से इनकार कर दिया था। 10 मार्च को सोनीपत में अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए चयन ट्रायल के दौरान डोपिंग अधिकारियों ने उनसे सैंपल लेने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
बजरंग पूनिया का बचाव
इस सस्पेंशन के बाद बजरंग पूनिया ने सोशल मीडिया पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी डोप टेस्ट देने से इनकार नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि NADA अधिकारी उनके सैंपल लेने के लिए एक्सपायरी हो चुकी किट लेकर आए थे। उन्होंने NADA से पूछा कि उन्होंने एक्सपायरी किट वापस क्यों नहीं ली और इस मामले में क्या कार्रवाई की गई।
क्या है आगे का रास्ता?
बजरंग पूनिया ने अपने वकील विदुष सिंघनिया के माध्यम से NADA को जवाब भेजा है। NADA इस जवाब का अध्ययन करेगा और उसके बाद आगे की कार्रवाई करेगा।
संभावित परिणाम
अगर NADA के आरोप सही साबित होते हैं, तो बजरंग पूनिया पर 4 साल तक का प्रतिबंध लग सकता है। इससे उनका करियर खतरे में पड़ सकता है, जिसमें उनका पेरिस ओलंपिक में भाग लेने का सपना भी टूट सकता है।