केरल उपचुनाव: केरल के वायनाड लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजों में कांग्रेस की प्रियंका गांधी ने बड़ी बढ़त बना ली है। उन्हें अब तक 2,86,523 वोट मिले हैं। वह CPM-LDF के उम्मीदवार सथ्यान मोकेरी से 1,91,077 वोटों के अंतर से आगे चल रही हैं। वहीं, BJP-एनडीए की नव्या हरिदास चुनावी मुकाबले में दोनों से काफी पीछे हैं। उन्हें केवल 95,446 वोट मिले हैं।
प्रियंका गांधी की मजबूत पकड़
प्रियंका गांधी की यह बढ़त न केवल कांग्रेस के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, बल्कि इस क्षेत्र में पार्टी की पकड़ को और मजबूत करती है। वायनाड, जो कि पिछले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी की सीट थी, पर प्रियंका गांधी का यह प्रदर्शन कांग्रेस के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाला है।
टॉम वडक्कन का आरोप
BJP प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी पर ‘PFI जैसे देश विरोधी संगठनों का समर्थन प्राप्त करने’ का आरोप लगाया है। यह आरोप ऐसे समय आया है जब प्रियंका की जीत लगभग तय मानी जा रही है।
वायनाड सीट का इतिहास
यह सीट कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लोकसभा चुनाव 2024 में खाली की गई थी। राहुल गांधी, जो वर्तमान में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं, ने 2024 में वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से जीत दर्ज की थी। नियमों के अनुसार, एक सांसद केवल एक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर सकता है। इस कारण उन्होंने रायबरेली को चुना और वायनाड सीट से इस्तीफा दे दिया।
2024 के नतीजों पर नजर
2024 के लोकसभा चुनाव में, राहुल गांधी ने वायनाड से CPI की एनी राजा और BJP के के सुरेंद्रन को हराया था। राहुल को कुल 6,47,445 वोट मिले थे, जबकि एनी राजा को 3 लाख वोटों के अंतर से पीछे छोड़ दिया था।
राहुल गांधी का प्रचार
इस उपचुनाव में राहुल गांधी ने भी प्रियंका के लिए जोरदार प्रचार किया। उन्होंने कहा था, “अगर प्रियंका गांधी वायनाड से जीतती हैं, तो इस क्षेत्र का संसद में दोहरा प्रतिनिधित्व होगा।” राहुल का यह बयान कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरने वाला साबित हुआ।
राजनीतिक महत्व और भविष्य की रणनीति
वायनाड में प्रियंका गांधी की बढ़त कांग्रेस के लिए आगामी 2029 के चुनावों के लिए रणनीतिक महत्व रखती है। इस सीट पर प्रियंका गांधी की जीत से कांग्रेस को दक्षिण भारत में नई ऊर्जा मिलेगी।