पटना, बिहार: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) परीक्षा के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर हुए पुलिस लाठीचार्ज को लेकर राज्य सरकार पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने इसे छात्रों के अधिकारों का दमन और भाजपा सरकार की विफलता करार दिया। प्रियंका गांधी ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि “बिहार में तीन दिन के भीतर छात्रों पर दो बार अत्याचार हुआ है। परीक्षाओं में भ्रष्टाचार, धांधली और पेपर लीक रोकना सरकार का कर्तव्य है, लेकिन यहां सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने के बजाय छात्रों को आवाज उठाने से रोक रही है।”
डबल इंजन सरकार पर डबल अत्याचार का आरोप
प्रियंका गांधी ने भाजपा की डबल इंजन सरकार पर हमला करते हुए कहा कि “युवाओं पर पानी की बौछार और लाठीचार्ज करना अमानवीय है। भाजपा का डबल इंजन युवाओं पर डबल अत्याचार का प्रतीक बन चुका है।” उनका यह बयान बिहार में बीपीएससी परीक्षा को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बाद आया, जहां छात्रों पर पुलिस ने बल प्रयोग किया।
प्रदर्शनकारियों पर पुलिस का बल प्रयोग और मामला दर्ज
पटना में बीपीएससी की 13 दिसंबर को आयोजित परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे छात्रों पर पुलिस ने रविवार को पानी की बौछार की और हल्का बल प्रयोग किया। प्रदर्शनकारी परीक्षा में धांधली और सामान्यीकरण प्रक्रिया को लेकर विरोध कर रहे थे। इस मामले में जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी के अध्यक्ष समेत 600-700 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
बीपीएससी की संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर 2024 को आयोजित हुई, जिसमें 2031 पदों पर भर्तियों के लिए 4,83,000 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। इन पदों में एसडीएम के 200, डीएसपी के 136 और अन्य राजपत्रित अधिकारियों के पद शामिल हैं। परीक्षा से पहले ही सामान्यीकरण प्रक्रिया को लेकर विवाद शुरू हो गया।
सामान्यीकरण प्रक्रिया क्या है और क्यों हो रहा है विरोध?
सामान्यीकरण प्रक्रिया तब लागू होती है जब परीक्षा कई पालियों में आयोजित की जाती है। अगर किसी पाली का पेपर कठिन और किसी का आसान होता है तो कठिन पेपर वाली पाली के छात्रों के अंकों में बढ़ोतरी कर अंकों को सामान्य किया जाता है। छात्रों का कहना है कि इससे उनकी मेरिट पर प्रभाव पड़ता है। उनका यह भी आरोप है कि परीक्षा को एक ही पाली में आयोजित करना चाहिए ताकि ऐसी प्रक्रिया की जरूरत ही न पड़े।
प्रियंका गांधी ने युवाओं के साथ खड़े होने की बात कही
प्रियंका गांधी ने छात्रों के आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार का यह कर्तव्य है कि वह युवाओं की समस्याओं को सुने और उनका समाधान करे। उन्होंने मांग की कि बीपीएससी की परीक्षा में पारदर्शिता लाई जाए और छात्रों की मांगों पर विचार किया जाए।