प्रयागराज, उत्तर प्रदेश: प्रयागराज में श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद के पक्षकार आशुतोष पांडेय को धमकी भरे कॉल और वॉइस मैसेज मिलने का मामला सामने आया है। उन्हें हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और भारत के प्रमुख मंदिरों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। इस घटना के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
व्हाट्सएप कॉल और पाकिस्तान से धमकी
आशुतोष पांडेय ने बताया कि वह ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस से सोमवार रात प्रयागराज आ रहे थे। इसी दौरान उन्हें पाकिस्तान से व्हाट्सएप कॉल और वॉइस मैसेज मिले। रात 1:37 और 2:37 बजे आई कॉल में धमकी दी गई कि, “हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट को बम से उड़ा दिया जाएगा। हिंदुस्तान के सभी बड़े मंदिरों पर हमला होगा।”
इस बीच, आशुतोष को छह वॉइस मैसेज भी भेजे गए। धमकी में 19 और 21 नवंबर को बम धमाकों की योजना का जिक्र किया गया। आशुतोष ने तुरंत रेलवे हेल्पलाइन 139 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी।

प्रयागराज जंक्शन पर सघन जांच अभियान
मंगलवार सुबह जब ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस प्रयागराज जंक्शन पहुंची, तो जीआरपी और आरपीएफ ने बम निरोधक दस्ते के साथ प्लेटफार्म और ट्रेन की जांच शुरू की। खोजी कुत्तों की मदद से गहन तलाशी ली गई, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
हाईकोर्ट परिसर में मिली दूसरी धमकी
मंगलवार दोपहर जब आशुतोष हाईकोर्ट में सुनवाई के लिए मौजूद थे, उन्हें फिर से पाकिस्तान से कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा, “21 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में तुम्हारे साथ कोर्ट को भी उड़ा देंगे।” आशुतोष ने तुरंत पुलिस अधिकारियों को इसकी जानकारी दी।
पांच मामलों की शिकायत दर्ज, एसटीएफ को जांच सौंपी गई
आशुतोष को अब तक धमकी के पांच मामले सामने आ चुके हैं। जनवरी में मथुरा में पहली धमकी मिलने के बाद मुख्यमंत्री के आदेश पर केस दर्ज किया गया था। इसके बाद फतेहपुर, कौशांबी और प्रयागराज में भी धमकी के मामले दर्ज किए गए।
अब पांचवां मामला जीआरपी थाने में दर्ज किया गया है। सभी प्रकरणों की जांच एसटीएफ को सौंप दी गई है। एडीजी कानून व्यवस्था ने आगरा के एक एसपी को जांच प्रभारी नियुक्त किया है। प्रारंभिक जांच में पुष्टि हुई है कि कॉल पाकिस्तान से किए गए थे।