पौड़ी, उत्तराखण्ड: पौड़ी-सत्याखाल मोटर मार्ग पर हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में छह लोगों की जान चली गई। इस हादसे में एक ही गांव के दंपत्ति और मां-बेटे समेत अन्य यात्रियों की मौत हो गई। बस पौड़ी से देलचौंरी जा रही थी। दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत रेस्क्यू अभियान शुरू किया। पुलिस और प्रशासन की टीमें भी मौके पर पहुंच गईं। डीएम पौड़ी डॉ. आशीष चौहान ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला अस्पताल में उपचार संबंधी व्यवस्थाएं कीं।
तीन बजे हुआ हादसा
हादसा दोपहर करीब तीन बजे क्यार्क और चूलधार के बीच हुआ, जब बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। बस के गिरते ही यात्रियों की चीख-पुकार सुनकर स्थानीय ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। ग्रामीणों ने अपनी निजी गाड़ियों से घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। 108 एंबुलेंस और पुलिस की टीमें थोड़ी देर बाद पहुंचीं।

स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य संभाला
कोठार गांव के निवासी भाष्कर बहुगुणा ने बताया कि स्थानीय लोग दुर्घटना के तुरंत बाद सहायता के लिए आगे आए। उन्होंने प्रशासनिक व्यवस्थाओं की कमी की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं का अभाव था, जिससे बचाव कार्य में दिक्कतें आईं।
मौके पर पांच की मौत, एक ने अस्पताल में दम तोड़ा
डीएम डॉ. आशीष चौहान ने जानकारी दी कि पांच यात्रियों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी, जबकि एक घायल ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। 22 घायलों को बेस अस्पताल श्रीनगर रेफर किया गया है। प्रशासन ने उपचार में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
मृतकों के नाम
- सुनीता, पत्नी नरेंद्र, निवासी ग्राम डोभा, उम्र 25 वर्ष।
- प्रमिला, पत्नी प्रकाश, निवासी केसुंदर।
- प्रियांशु, पुत्र प्रकाश, निवासी केसुंदर, उम्र 17 वर्ष।
- नागेंद्र, निवासी केसुंदर।
- सुलोचना, पत्नी नागेंद्र, निवासी केसुंदर।
- प्रेम सिंह।
बस के दस्तावेज वैध
आरटीओ पौड़ी द्वारिका प्रसाद ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बस के सभी दस्तावेज, जैसे परमिट, टैक्स, फिटनेस और इंश्योरेंस, वैध थे। प्रारंभिक जांच में वाहन के असंतुलित होने को हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है। उन्होंने बताया कि बस ओवरलोड नहीं थी और चालक नशे में नहीं था। विभागीय टीम ने दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया है।
रेस्क्यू अभियान में समाजसेवियों की भागीदारी
रेस्क्यू कार्य में कई स्थानीय लोग और समाजसेवी शामिल हुए। एआईसीसी सदस्य राजपाल बिष्ट, पूर्व जिला पंचायत सदस्य संजय डबराल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष विनोद नेगी, सामाजिक कार्यकर्ता विनोद दनोसी, आशीष नेगी, मोहित, पूर्व पालिकाध्यक्ष यशपाल बेनाम और भाष्कर बहुगुणा ने रेस्क्यू अभियान में सहयोग किया।।