जयपुर, राजस्थान: महात्मा गांधी जीवन दर्शन प्रशिक्षक और गांधीवादी विचारक मेहर कटारिया ने आचार्य विनोबा भावे की जयंती के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। राजधानी जयपुर स्थित पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत के निवास स्थान पर हुई इस मुलाकात के दौरान मेहर कटारिया ने उन्हें आचार्य विनोबा भावे सम्बन्धित साहित्य और गांधी टोपी भेंट की। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश सैनी भी मौजूद रहे।
मेहर कटारिया ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गांधी जीवन दर्शन समिति के विषय में अपने विचारों से अवगत करवाते हुए समिति को पुनः सक्रिय करने की बात रखी।
मुलाकात के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि महात्मा गांधी ने समाज में अस्पृश्यता, भेदभाव, महिला-पुरुष असमानता, हरिजनों के मंदिर में प्रवेश नहीं दिए जाने के खिलाफ खड़े होकर समानता का संदेश दिया था। गांधी जी के जीवन दर्शन से हमें अन्याय के खिलाफ खड़ा होने की ताकत मिलती है। उन्होंने कहा कि अन्याय के खिलाफ खड़ा होना ही गांधी का विचार है। समाज में सबसे कमजोर व शताब्दियों से अन्याय झेल रहे वर्ग के साथ खड़े होकर सहयोग करना ही गांधीवादी सोच है। इंसाफ और बराबरी एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। महात्मा गाँधी ने सौहार्द्र और राष्ट्रवाद की प्रेरणा दी, जिससे सम्पूर्ण भारत एक कड़ी के रूप में जुड़ पाया। गांधी की हत्या के बाद उनके विचार समाज में तेजी से फैले और एक समृद्ध सोच कायम हुई। आज हम उन्हीं विचारों से समाज में स्थापित हो पाए हैं। उन्होंने कहा कि हमें समाज में तनाव के माहौल का समझते हुए आपसी भाईचारे की परंपरा का विकास करना है, ताकि भावी पीढ़ी समृद्ध संस्कृति की धनी हो।
मेहर कटारिया ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद कहा कि गांधी एक सोच, एक विचार, एक जीवन पद्धति है, इससे जीवन को सफल बनाया जा सकता है। उन्होंने गांधीवादी विचारधारा के प्रसार हेतु समर्पित रहने की प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है। शीघ्र ही पूरी कार्य योजना के साथ इस दिशा में आगे के कार्यक्रम की जानकारी दी जाएगी।