झुंझुनूं: मण्ड्रेला पुलिस की कस्टडी में एक युवक की मौत के 24 घंटे बाद शव का पोस्टमॉर्टम हो गया है लेकिन परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया है। मृतक के बहनोई ने मण्ड्रेला थानाधिकारी और अन्य पुलिसकर्मियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए शिकायत दी है, लेकिन अभी तक एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई है।
बुधवार को पुलिस कस्टडी में गौरव शर्मा नामक युवक की मौत के बाद उसके बहनोई दिनेश शर्मा ने मण्ड्रेला पुलिस थाने में थानाधिकारी रविन्द्र सिंह और पुलिसकर्मी धर्मपाल, सुमेर सिंह, अंकित, मुकेश, योगेन्द्र, लक्ष्मण सैनी और विकास कुमार स्वामी के खिलाफ रिपोर्ट दी है। मृतक युवक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने गौरव के साथ बुरी तरह मारपीट की, जिसके कारण उसकी मौत हो गई।
दिनेश शर्मा ने बताया कि 24 मई को पुलिस उनके साले गौरव को राजस्थान हाईकोर्ट परिसर से अपने साथ लेकर आई थी। जिसके बाद थाने में उसके साथ बुरी तरह मारपीट की गई। मृतक गौरव के परिजनों के साथ आए एडवोकेट ललित कुमार शर्मा ने बताया कि गौरव के खिलाफ रेप का एक झूठा मामला दर्ज किया गया था। लड़की ने अपनी मर्जी से गौरव से शादी की थी और दोनों घूमने के लिए हैदराबाद गए थे। लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने उन्हें वहां से दस्तयाब किया था और थाने में लड़की ने अपनी मर्जी से शादी करने की बात कही थी। लड़की के बयान के बाद दोनों को छोड़ दिया गया था, लेकिन इसके 4 दिन बाद लड़की के परिजनों के दबाव में मामला दर्ज किया गया और पुलिस ने गौरव को हाईकोर्ट से उठाकर उसके साथ मारपीट की।
पुलिस ने 25 मई को प्रेस नोट जारी कर बताया कि गौरव की गिरफ्तारी जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड क्षेत्र से की गई थी, जबकि गौरव के परिजनों और वकील का कहना है कि उसे जयपुर हाईकोर्ट से पकड़ा गया था। मंड्रेला पुलिस ने गौरव को थाने का टॉप टेन मुलजिम घोषित कर दिया था, जबकि उसके खिलाफ दहेज प्रताड़ना के एक मामले के अलावा कोई अन्य संगीन मामला दर्ज नहीं था। पुलिस ने उस पर 5 हजार का ईनाम भी घोषित किया था।
आपको बता दें कि कोटपूतली के बुचाहेड़ा निवासी गौरव शर्मा की बुधवार को मण्ड्रेला पुलिस की कस्टडी में अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई थी। तबियत ज्यादा खराब होने पर पुलिस उसे गम्भीर हालत में मण्ड्रेला सीएचसी अस्पताल लेकर गई थी, जहां से उसे झुंझुनू रैफर कर दिया गया था और रास्ते में ही उसकी मौत हो गई थी। अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज में गौरव को अचेत अवस्था में स्ट्रैचर पर लेटा हुआ देखा गया है। पुलिस का कहना है कि गौरव की मौत लू और तापघात के कारण हुई है, जबकि उसके परिवार का आरोप है कि पुलिस की मारपीट से उसकी मौत हुई है।
इस मामले में पुलिस की कार्यशैली पर गम्भीर सवाल खड़े हो रहे हैं, और मृतक के परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं।