नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी में चल रही दरार के बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ एक फोटो पोस्ट की है, जो वर्तमान राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में चर्चा का विषय बन गई है। यह फोटो भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार समझौते पर चर्चा के बाद की है, जिसमें शशि थरूर और पीयूष गोयल दोनों मुस्कुराते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस पोस्ट में थरूर ने लिखा, “ब्रिटेन के व्यापार और व्यापार राज्य सचिव जोनाथन रेनॉल्ड्स के साथ उनके भारतीय समकक्ष, वाणिज्य और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में उन्हें बातचीत करके अच्छा लगा। लंबे समय से रुकी हुई एफटीए (फ्री ट्रेड एग्रीमेंट) वार्ता फिर से शुरू हो गई है, जो स्वागत योग्य है।”

शशि थरूर की पोस्ट पर कांग्रेस में खलबली
शशि थरूर की इस पोस्ट ने कांग्रेस पार्टी के भीतर हलचल मचा दी है। यह पोस्ट थरूर की केरल की सत्तारूढ़ सीपीएम नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) सरकार की नीतियों की तारीफ करने के बाद आई है, जिससे कांग्रेस और उनके बीच संबंधों में खटास आई थी। पहले, शशि थरूर ने केरल राज्य की विकास योजनाओं की सराहना की थी, जो खासकर स्टार्टअप क्षेत्र में प्रगति को लेकर सकारात्मक टिप्पणियां थीं। इस पर कांग्रेस के भीतर उनके रुख को लेकर विवाद उठ खड़ा हुआ था, क्योंकि पार्टी के कुछ नेता इसे सीपीएम की नीतियों की अप्रत्यक्ष प्रशंसा मान रहे थे।
Good to exchange words with Jonathan Reynolds, Britain’s Secretary of State for Business and Trade, in the company of his Indian counterpart, Commerce & Industry Minister @PiyushGoyal. The long-stalled FTA negotiations have been revived, which is most welcome pic.twitter.com/VmCxEOkzc2
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 25, 2025
शशि थरूर का स्पष्टीकरण
इस विवाद के बाद शशि थरूर ने अपनी स्थिति स्पष्ट की और कहा कि उन्होंने सीपीएम की सीधे-सीधे प्रशंसा नहीं की थी। उनका कहना था कि उनका उद्देश्य केवल केरल में स्टार्टअप क्षेत्र की प्रगति को उजागर करना था, न कि राज्य सरकार की नीतियों की महिमा मंडन करना। थरूर का यह स्पष्टीकरण कांग्रेस के भीतर कुछ हद तक स्थिति को शांत करने का काम किया, लेकिन फिर भी पार्टी में उनके रुख को लेकर सवाल उठने लगे हैं।

कांग्रेस में शशि थरूर का भविष्य: बीजेपी या सीपीएम?
इसके अलावा, शशि थरूर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना को लेकर भी चर्चाएं हो रही हैं। उन्होंने हाल ही में यह टिप्पणी की थी कि यदि डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को अच्छा नेगोशिएटर बताया है, तो यह भारतीय राजनीति के लिए गर्व की बात है। इस बयान के बाद से उनकी पार्टी में चिंताएं और बढ़ गई हैं। कुछ नेताओं का मानना है कि शशि थरूर की बढ़ती सराहना और उनके रुख में बदलाव से यह संकेत मिल सकता है कि वह भाजपा या सीपीएम में शामिल हो सकते हैं।