राजगीर, बिहार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए नालंदा विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया, जो 455 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें कुल 221 संरचनाएं हैं। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले 25 साल भारत के युवाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं और उन्हें अपने ज्ञान को समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए प्रयोग करना चाहिए। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि नालंदा का गौरव भारत का गौरव है और यहां के विद्यार्थियों के ज्ञान से पूरी मानवता को नई दिशा मिलेगी।
नालंदा विश्वविद्यालय: इतिहास और महत्व
नालंदा विश्वविद्यालय का इतिहास 1600 साल पुराना है और यह हमेशा से ही शिक्षा और ज्ञान के दाह का अविरल प्रवाह रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि शिक्षा सीमाओं से परे है और यह हमें गढ़ती है, विचार और आकार देती है। प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय में 20 से ज्यादा देशों के लोग पढ़ते थे और यह एशिया के कई देशों की विरासत से जुड़ा हुआ है।
भारत की पहचान बनेगी शिक्षा का केंद्र
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि भारत फिर से दुनिया के ज्ञान के केंद्र के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा, “मेरा मिशन है कि भारत दुनिया के लिए शिक्षा अभियान का केंद्र बने। भारत की पहचान फिर से दुनिया के ज्ञान के केंद्र के रूप में हो।” पीएम मोदी ने बताया कि नालंदा विश्वविद्यालय एशिया और विश्व के कई देशों के साथ मिलकर नई प्रगति को दिशा देगा।
विश्व योग दिवस और आयुर्वेद का महत्व
पीएम मोदी ने यह भी उल्लेख किया कि 21 जून को विश्व योग दिवस है और भारत ने विश्व को योग और आयुर्वेद जैसी प्राचीन विधाओं से परिचित कराया है। उन्होंने कहा कि भारत प्रगति और पर्यावरण को एकसाथ लेकर चल रहा है और मिशन लाइफ जैसे विजन से विश्व को नई दिशा दे रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्वागत
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया और नालंदा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नालंदा विवि की पहचान ज्ञान के केंद्र के रूप में रही है और यह एशिया के कई देशों की सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि नालंदा में बड़े पैमाने पर ईको टूरिज्म का विकास किया गया है और यहां के पहाड़ और जंगल में जड़ी-बूटियों का भंडार है।
सुरक्षा और व्यवस्था
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर राजगीर और गया एयरपोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है और जिला पुलिस पूरी तरह से अलर्ट पर है।
नया नालंदा विश्वविद्यालय: एक नई शुरुआत
नए नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना के साथ ही यह भारत के स्वर्णिम युग की शुरुआत करने जा रहा है। यह विश्वविद्यालय भारत के सामर्थ्य का परिचय देगा और इसमें एशिया के कई देशों की विरासत जुड़ी हुई है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं कई देशों के राजदूत और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित है।
नए नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर यह संदेश दिया कि भारत शिक्षा और ज्ञान के क्षेत्र में विश्व में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तैयार है। नालंदा विश्वविद्यालय न केवल भारत के गौरव का प्रतीक है, बल्कि यह पूरे विश्व के लिए एक प्रेरणा स्रोत है।
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