पिलानी, 22 सितम्बर 2024: पिलानी श्याम मंदिर प्रांगण में तीन दिवसीय नानी बाई को मायरो कथा का शुक्रवार को सांयकाल 6:30 बजे श्रद्धा भाव के साथ समापन हुआ। सुश्री रितिम कौशिक ने व्यास पीठ से कथा सुनाते हुए कहा कि नरसी मेहता और श्रीकृष्ण के बीच हुए रोचक संवाद को बहुत ही प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया।
कथाव्यास रितिम कौशिक ने कहा कि घर में कितनी भी बहू हों, कोई अपने पीहर से कितना भी लाए, मगर ससुराल के लोगों को कभी भी धन के लिए किसी को प्रताड़ित नहीं करना चाहिए क्योकि हर किसी की आर्थिक स्थिति एक सी नहीं होती है। रितिम कौशिक ने कहा कि यदि किसी बहन के भाई नहीं हो या परिवार गरीब हो तो उसका सहयोग करना चाहिए।
नानी बाई को मायरो कथा के अन्तिम दिन भगवान श्रीकृष्ण ने छप्पन करोड़ का मायरा भरा। नरसी भक्त ने भी कड़ी तपस्या कर भगवान को याद किया, उनको आना पड़ा और श्रीकृष्ण ने छप्पन करोड़ का मायरा भी भरा। भगवान श्रीकृष्ण के परम भक्त नरसी मेहता ने जब अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया तब उन्हें भगवान का साक्षात्कार हुआ। कथा के मध्य श्री जी के भजनों पर श्रोता भक्त झूम उठे। कथा समापन पर आरती के पश्चात सभी को प्रसाद भोग वितरित किया गया।
विडियो देखें:
ये रहे मौजूद
कथा के समापन पर मुख्य अतिथि के रुप में महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 श्री आत्मानंद सरस्वती संस्थापक समदर्शी योग आश्रम थे। आयोजन समाजसेवी जगदीश शर्मा की अध्यक्षता में हुआ जबकि विशिष्ट अतिथियों में विश्व प्रसिद्ध मुर्तिकार मातुराम वर्मा, पीथाराम जांगिड़, राजेन्द्र कुमार भोमिया, रिसाल सिंह, भाजपा नेता महेश बसावतिया, विप्र समाज नेता रामगोपाल महमिया, उमाशंकर महमिया, विप्र फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष कमल कांत शर्मा, ललित जोशी, गजेन्द्र बोहरा, दिनेश शर्मा, पवन कौशिक, महेन्द्र कुमार सैनी की गरिमामयी उपस्थिति रही। सभी का व्यास पीठ व श्री श्याम सेवा समिति के पदाधिकारियों अध्यक्ष रामाकांत जखोड़िया, उपाध्यक्ष पवन जखोड़िया व व्यवस्थापक अरूण भोमिया बिल्लू ने दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया।