पिलानी: भीषण गर्मी में जल संकट से जूझ रहे पिलानी के लोगों की पेयजल आपूर्ति से जुड़ी समस्याओं और शिकायतों को लेकर प्रशासन अब एक्शन मोड में नजर आ रहा है। जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के निर्देश पर जिला परिषद सीईओ अंबालाल मीणा और सूरजगढ़ उपखण्ड अधिकारी दयानन्द रूयल ने आज कस्बे के विभिन्न वार्डों का दौरा कर वस्तु स्थिति का जायजा लिया, इस दौरान पिलानी बीडीओ, तहसीलदार और जलदाय विभाग के अधिकारी भी उनके साथ मौजूद रहे।
उपखण्ड अधिकारी रूयल ने जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न वार्डों में नगरवासियों से मिलकर जल समस्या के बारे मे पूछताछ कर जानकारी ली। कस्बे में पानी की समस्या वाकई गंभीर है क्योंकि जल स्तर 1100 फीट से भी अधिक नीचे जा चुका है। उन्होंने बताया कि जलदाय विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे नियमानुसार 850-900 फीट से अधिक गहराई के बोरिंग नहीं खुदवा सकते जबकि लोगों का कहना है कि 1150-1200 फीट तक खुदाई हो, तो पानी मिल सकता है। इसके अलावा जलदाय विभाग 12.5 हॉर्स पॉवर तक की मोटर बोरिंग में लगवा सकता है लेकिन पिलानी में ये मोटर काम नहीं कर रही हैं और समस्या से त्रस्त लोग ये चाहते हैं कि बोरिंग में 15 एचपी तक की मोटर लगवाई जाए ताकि पानी उपलब्ध हो सके।
एसडीएम दयानन्द रूयल ने बताया कि जलदाय विभाग के बन्द पड़े बोरिंग की भी पूरी जानकारी मांगी गई है। अधिकारियों को जनहित को ध्यान में रखते हुए इन मुद्दों पर प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि उच्चाधिकारियों से इस बारे में उचित समाधान के लिए निर्देश लिए जा सकें। हालांकि लोकसभा चुनाव के चलते लगाई गई आचार संहिता के चलते भी कुछ काम नहीं हो पा रहे हैं।
जिला परिषद सीईओ अम्बालाल मीणा तथा उपखण्ड अधिकारी दयानन्द रूयल ने तहसीलदार सुरेन्द्र कुमार, बीडीओ सुनील ढाका, जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता प्रदीप कुमार के साथ कस्बे के वार्ड नंबर 33, 34, 35,15 व 20 तथा आदर्श कॉलोनी में टैंकरों द्वारा पेयजल आपूर्ति सिस्टम का जायजा लिया तथा नलकूपों की जांच की। अधिकारियों ने पशुओं के पीने हेतु खेली व जल आपूर्ति वाले वाॅटर प्वाॅइंट्स की जांच भी की। अधिकारियों ने पिलानी में पंचायत समिति के नये बन रहे भवन का भी निरीक्षण किया।