बिरला सार्वजनिक अस्पताल में पथरी के ऑपरेशन के बाद महिला की मौत को लेकर जारी धरना प्रदर्शन अंततः आज वापस ले लिया गया। जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में मृतका के परिजनों के साथ हुई वार्ता में मुख्य मांगों पर सहमति बनने के बाद धरना समाप्ति की घोषणा की गई। सादुलपुर की पूर्व विधायक कमला कस्वां ने धरने पर मौजूद लोगों और मीडिया को धरना समाप्त होने की सूचना दी।
आज दिन भर चले तनावपूर्ण घटनाक्रम के बाद जिला प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए बिरला सार्वजनिक अस्पताल परिसर में चल रहे धरने को समाप्त करवाने के लिए प्रयास तेज कर दिए थे। कई दौर की वार्ता के बाद जनप्रतिनिधियों की मध्यस्थता से पीड़ित परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में आखिरकार मांगों पर सहमति बनी और देर शाम धरना वापस ले लिया गया।
वार्ता के बाद सादुलपुर की पूर्व विधायक कमला कस्वां ने धरना स्थल पर आकर मीडिया और धरना दे रहे लोगों को समझौते की जानकारी दी। कमला कस्वां ने बताया कि मृतका के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जायेगा और उसके 6 वर्षीय बेटे के भरण पोषण के लिए सभी जन प्रतिनिधि एकजुट हो कर प्रयास करेंगे और उचित व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा दोषी डॉक्टर के विरुद्ध निष्पक्ष कानूनी जांच करवाने और मेडिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत अस्पताल को दी जा रही समस्त सुविधाओं को भी जांच के बाद तुरन्त निरस्त किए जाने पर भी सहमति बनी है। अस्पताल की सुविधाओं को निरस्त किए जाने की जानकारी वार्ता में मौजूद रहे सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी ने दी।
समझौते पर सहमति के बाद मृतका मंजू देवी के शव को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के लिए एम्बुलेंस से बीडीके अस्पताल के लिए रवाना किया गया।
ये हुए वार्ता में शामिल
वार्ता में पीड़िता के परिवार से भाई राकेश, सुभाष, सुनील गुर्जर तथा सादुलपुर विधायक मनोज न्यांगली, पूर्व विधायक कमला कस्वां और नंदलाल पूनिया, भाजपा नेता राजेश दहिया, सादुलपुर प्रधान विनोद पूनिया, सरोज श्योराण, नरेश खटाना, विकास डुमोली आदि जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। वार्ता में एडीएम मुरारी लाल शर्मा, चिड़ावा एसडीएम बृजेश कुमार गुप्ता, सूरजगढ़ एसडीएम दयानन्द रूयल, तहसीलदार कमलदीप पूनिया, सीएमएचओ डॉ राजकुमार डांगी, डिप्टी सीएमएचओ डॉ छोटेलाल गुर्जर, बीसीएमओ डॉ. राजेंद्र प्रसाद सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
इससे पहले एएसपी गिरधारी लाल शर्मा ने भी धरना स्थल का जायजा लिया। किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए डीएसपी शिवरतन गोदारा, पिलानी, चिड़ावा, सूरजगढ़ थानाधिकारी भी मुस्तैद थे और आरएसी का अतिरिक्त जाब्ता भी धरना स्थल पर तैनात किया गया था।