पिलानी, 20 जनवरी 2025: पिलानी में गौ रक्षकों के एक दल ने 3 ऊंटों को तस्करों के चंगुल से बचाया है। तस्करों ने ऊंटों के मुंह और पैर बांध कर उन्हें निर्दयतापूर्वक एक पिकअप गाड़ी के डाले में ठूंस रखा था। रविवार देर रात गौसेवकों की इस कार्रवाई के वीडियो आज वायरल हुए हैं। ऊंटों की तस्करी के इस मामले की रिपोर्ट पिलानी थाने में दी गई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गौ रक्षा दल के सदस्यों को सूचना मिली थी कि तस्कर ऊंटों को लेकर पिलानी लोहारू रोड़ से होते हुए गुजरेंगे। सूचना पर सक्रिय हुए गौ रक्षक गौ संसद के विधायक अजीत कस्वां के नेतृत्व में तस्करों की गाड़ी का पीछा कर रहे थे। मोरवा गांव के पास मुख्य सड़क पर एक होटल के पास गौ रक्षकों ने तस्करों की गाड़ी को घेर लिया। तलाशी में पिकअप में क्रूरतापूर्वक बांधे गए 3 ऊंट मिले। पूछताछ में तस्करों ने बताया कि वे ऊंटों को उत्तर प्रदेश के बागपत के बूचड़खाने में कटने के लिए ले जा रहे थे। तस्करों ने गौ रक्षकों को बताया कि वे पिछले सप्ताह भी ऊंटों की एक गाड़ी यहां से तस्करी कर ले जा चुके हैं।
गौ रक्षकों की सूचना पर पिलानी पुलिस भी मौके पर पहुंची। बाद में ऊंटों से भरी पिकअप और तस्करों को पिलानी थाने पर लाया गया। अजीत कस्वां ने बताया कि पिलानी थाना क्षेत्र के घूमनसर गांव का एक व्यक्ति लम्बे समय से ऊंटों की तस्करी में लिप्त है और उसके द्वारा पिछले 3 वर्षों में हजारों ऊंट देश के विभिन्न राज्यों के बूचड़खानों में पहुंचाये गए हैं। अजीत कस्वां ने बताया कि अभी भी घूमनसर के उक्त व्यक्ति के कब्जे में 12 ऊंट हैं, जिन्हें वह मौका देख कर किसी न किसी बूचड़खाने में पहुंचा देगा।

अजीत कस्वां द्वारा ऊंटों की तस्करी कर रहे पिकअप ड्राइवर आस मोहम्मद, मोहसिन, यामीन उर्फ पप्पू तथा शौकीन के विरुद्ध भारतीय दण्ड संहिता कि धाराओं व पशु परिवहन अधिनियम 1978, पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 व राजस्थान ऊंट अधिनियम 2015 के तहत मुकदमा दर्ज करने के लिए लिखित रिपोर्ट पुलिस को दी है। तस्करों के कब्जे से छुड़ाए गए ऊंटों को ग्रामीण क्षेत्र की एक गौशाला में रखा गया है।