पिलानी नगरपालिका की बजट बैठक में आज जम कर हंगामा हुआ। बैठक के दौरान शहर में चरमराई हुई सफाई व्यवस्था और पट्टा वितरण में धांधली और भेदभाव के मुद्दों पर नाराज पार्षदों ने बजट प्रस्ताव पारित नहीं होने दिया। विकास कार्यों में वार्डों के साथ नगरपालिका के पक्षपातपूर्ण रवैए पर भी पार्षदों में भारी नाराजगी थी।
नगरपालिका सभागार में आगामी वित्तीय वर्ष के लिए बजट प्रस्ताव पारित करवाने के लिए हुई आज की बैठक में पार्षदों की नाराजगी का आलम ये था कि पालिकाध्यक्ष हीरालाल नायक के अलावा सभी पार्षद खिलाफ थे। पार्षदों ने सफाई व्यवस्था, पट्टों में धांधली, विकास कार्यों में भेदभाव और धांधली, पार्षदों द्वारा आरटीआई के तहत मांगी सूचनाओं का जवाब नहीं दिए जाने, यात्रा भत्तों, सफाई के लिए नए ऑटो टिपर खरीदे जाने के मुद्दों पर नाराज पार्षदों ने जम कर खरी-खोटी सुनाई। पालिकाध्यक्ष हीरालाल नायक और ईओ पार्षदों के किसी भी सवाल का ठीक तरह से जवाब भी नहीं दे पाए।
सफाई, पट्टों, धांधली और कार्यशैली पर नाराज़ थे पार्षद
पट्टों के सन्दर्भ में पार्षदों में इस बात को लेकर नाराजगी थी कि सुविधा शुल्क लेकर रसूखदारों के कई पट्टे सिर्फ नोटरी के आधार पर जारी कर दिए गए हैं, जबकि आम आदमी को बिजली-पानी के बिल, शजरा, वंशावली, नोटरी की चेन, स्वंय के और भाईयों के शपथ पत्रों के नाम पर परेशान किया जाता है। बजट बैठक में नगरपालिका के लिए जेसीबी मशीन और ऑटो टिपर खरीदने के मुद्दे पर पार्षद राजकुमार नायक ने चुनौती देकर कहा कि पार्षदों को केवल ये बता दिया जाए कि पहले से जो 15-16 टिपर नगर पालिका के पास हैं, वो कहां-कहां खड़े हैं, लेकिन ना अधिकारी जवाब दे सके और ना ही नगरपालिका का कोई कर्मचारी इसका जवाब दे पाया। नाली क्रॉस निर्माण में भी धांधली के आरोप लगाए गए।
पार्षद विशाल नायक ने आरटीआई और एविडेंस एक्ट के तहत मांगी सूचनाओं का जवाब ना देने पर सवाल खड़े किए, साथ ही बिना पार्षद की सहमति के अधूरे और घटिया निर्माण पर भी ठेकेदारों को भुगतान किए जाने पर भी नाराजगी जताते हुए जांच की मांग रखी। विनोद पटवारी ने सफाई के मुद्दे पर अध्यक्ष को जम कर खरी-खोटी सुनाई। किशनलाल भोमिया ने सफाई के मुद्दे पर कमेटी बनाने का प्रस्ताव रखा। प्रदीप चोटिया ने बजट में पानी और अन्य खर्चों के अलावा यात्रा भत्ता को लेकर भी सवाल खड़े किए। पार्षद पुनीत रूंथला, ताराचंद, भगवती प्रसाद और मंजू सैनी ने भी नगरपालिका प्रशासन की कार्यशैली पर असंतोष व्यक्त किया।
2023 के बजट का हिसाब मांगा पार्षदों ने
पार्षदों का कहना था कि नगर पालिका द्वारा गत वित्तीय वर्ष में खर्च किये गए बजट की विस्तृत जानकारी दिये जाने के बाद पार्षदों की सहमति मिलने पर ही दोबारा बजट प्रस्ताव पेश करने के लिए मीटिंग बुलाई जाए। विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के बाद सभी पार्षदों ने आज की बजट बैठक का बहिष्कार कर दिया।
बैठक में विधायक पितराम सिंह काला और उपखण्ड अधिकारी के अलावा पार्षद सुमन, सलीम, पंकज भोमिया, सरिता, पूनम, सरोज, संदीप कुमार, धर्मेंद्र नेहरा, कृष्णा अनुपस्थित रहे।