पिलानी, 7 फरवरी 2025: पिलानी के मोरवा गांव में ग्रामीणों ने एक सियार को पकड़ लिया। बाद में ग्रामीणों की सूचना पर मोरवा पहुंची वन विभाग की टीम ने सियार को रेस्क्यू कर झुंझुनू बीड़ के कंजर्वेशन रिजर्व में छोड़ा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह गांव के शहीद कैप्टन धनवंत शर्मा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में सबसे पहले सियार को ग्रामीणों ने देखा, जिन्होंने उसे काबू कर रस्सी से बांध दिया। हालांकि सियार ने तुरंत इस रस्सी को काट दिया। बाद में ग्रामीणों ने उसे पास की एक धर्मशाला में बंद कर दिया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी, जिसके बाद डीएफओ उदाराम सियोल के निर्देश पर एसीएफ कमलचंद की निगरानी में चिड़ावा रेंजर सुमन चौधरी और उनकी टीम द्वारा सियार के रेस्क्यू की कार्रवाई की गई।
रेंजर सुमन चौधरी ने बताया कि यह एक कम उम्र का सियार था, जो सम्भवतः अपने झुंड से बिछड़ कर इधर आ गया। उन्होंने बताया कि सियार आमतौर पर इंसानी बस्तियों की ओर नहीं जाते, लेकिन झुंड से बिछड़ने के बाद इस सियार पर कुत्तों ने हमला किया होगा। इसी वजह से यह डर कर यहां आया था। वन विभाग की टीम द्वारा रेस्क्यू किया गया सियार थका हुआ लग रहा था और चोटिल भी था, जिसका उपचार कंजर्वेशन रिजर्व में किया जाएगा।

आपको बता दें कि पिलानी में पिछले कुछ दिनों से पहाड़ी व उसके आस-पास के खेतों में किसी अज्ञात जानवर के पदचिन्ह देखे जा रहे हैं, जिसकी वजह से लोगों में दहशत है। वन विभाग की टीम ने भी मौके पर जाकर ये फुट प्रिंट देखे थे। हालांकि रेंजर सुमन चौधरी ने बताया कि देखे गये फुट प्रिंट के बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता, लेकिन सम्भवतः ये कुत्तों के हो सकते हैं।