गुजरात: पाटन के एक प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज में रैगिंग के चलते 18 वर्षीय एक छात्र की दुखद मौत हो गई है, जिससे राज्य भर में गुस्सा और बवाल मचा हुआ है। घटना के पश्चात् पुलिस ने 15 वरिष्ठ छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
रैगिंग के कारण छात्र की मौत
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि जूनियर छात्र को लगातार तीन घंटे तक प्रताड़ित किया गया। इस प्रताड़ना में वरिष्ठ छात्रों ने जूनियर छात्रों को डांस करवाने, गाने गवाने के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न किया। इन अत्याचारों के कारण जूनियर छात्र की हालत बिगड़ते-बिगड़ते मृत्यु हो गई।
कॉलेज की त्वरित कार्रवाई
मृत्यु की खबर मिलते ही कॉलेज प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 15 वरिष्ठ छात्रों को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही कॉलेज ने एक एंटी-रैगिंग कमेटी का गठन किया है। इन 15 छात्रों के खिलाफ बालीसाना पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई है।
विरोध प्रदर्शन और पुलिस-ABVP संघर्ष
इस घटना के खुलासे के बाद देर रात धारपुर में विद्यार्थियों की तेज़ आवाज़ उठी। एबीवीपी (आरएसएस के छात्र संगठन) कार्यकर्ताओं ने धारपुर अस्पताल में एक छात्र की संदिग्ध मौत को लेकर न्याय की मांग में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और एबीवीपी कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक हुई, जिससे स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने इसके चलते एबीवीपी के 8 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है।
छात्र के परिवार की उम्मीदें
शादी के परिवार से संपर्क में आए छात्र के भाई धर्मेन्द्र मेथानिया ने बताया, “परिवार को कॉलेज और सरकार से न्याय मिलने की पूरी उम्मीद है। मुझे मेरे चाचा का फोन आया था कि वे बेहोश हो गए हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। जब मैं वहां पहुंचा, तो जान लिया कि उनकी मृत्यु हो गई है।”