खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में माकिन के लिटा सर इलाके में स्थित एक सुरक्षा चौकी पर हुए आतंकवादी हमले में 16 सैनिकों की मौत हो गई है, जबकि 8 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। यह हमला दक्षिण वजीरिस्तान में हुआ, जहाँ पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने तत्काल घेराबंदी कर ली है और इलाके में तलाशी अभियान जारी है। सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, यह हमला एक योजनाबद्ध आतंकी वारदात प्रतीत हो रही है।
हालांकि, अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियां इस घटना को आतंकी गतिविधि से जोड़कर देख रही हैं। खैबर पख्तूनख्वा और आसपास के क्षेत्रों में आतंकवादी हमले और सुरक्षा घटनाओं की आशंका हमेशा बनी रहती है। पाकिस्तान का कहना है कि इन हमलों के पीछे तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) का हाथ हो सकता है, जो लगातार सुरक्षा बलों पर हमले कर रहा है। साथ ही, पाकिस्तान अफगान तालिबान सरकार पर यह आरोप भी लगाता है कि वह TTP के लड़ाकों को पनाह दे रहा है, जिससे इन आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है।
पाकिस्तान के उच्च अधिकारियों ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे सुरक्षा और शांति के लिए एक गंभीर खतरे के रूप में देखा है। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर ने हाल ही में कहा था कि पाकिस्तान की सुरक्षा में सुधार के लिए अफगानिस्तान में तालिबान सरकार से बातचीत ही एकमात्र उपाय हो सकता है। अली अमीन गंदापुर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के नेता हैं और इमरान खान के करीबी माने जाते हैं।
खैबर पख्तूनख्वा और पाकिस्तान में लगातार बम धमाके
पाकिस्तान में आतंकवादी हमले और बम धमाकों की घटनाएं अब आम हो गई हैं। हाल ही में क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक जोरदार धमाका हुआ था, जिसमें 25 लोगों की जान चली गई थी और 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इसी प्रकार का एक और हमला पाकिस्तान के नॉर्थ वजीरिस्तान में हुआ था, जहां एक बम धमाके में चार सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। इसके अलावा, खैबर पख्तूनख्वा में एक स्कूल के पास भी बम धमाका हुआ था, जिसमें दो बच्चों की मौत हो गई थी।
इन हमलों से पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति और भी बिगड़ गई है और लोगों में डर और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। पाकिस्तानी सुरक्षा बल इन घटनाओं से निपटने के लिए अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार कर रहे हैं और आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाने की योजना बना रहे हैं।
राजनीतिक परिप्रेक्ष्य: अफगान तालिबान पर उंगलियां
पाकिस्तान सरकार ने बार-बार यह आरोप लगाया है कि अफगान तालिबान पाकिस्तान के आतंकी समूहों को समर्थन दे रहा है, जो सीमा पार आतंकवाद फैलाते हैं। अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से पाकिस्तान में आतंकी हमलों की घटनाओं में वृद्धि हुई है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ा है। पाकिस्तान का कहना है कि अफगानिस्तान में तालिबान सरकार ने इन आतंकवादी संगठनों को सुरक्षित पनाहगाह दी है, जिससे पाकिस्तान की सुरक्षा को गंभीर खतरा है।