इजरायल: ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड और नार्वे ने एक संयुक्त कदम उठाते हुए इजरायल के दो धुर दक्षिणपंथी मंत्रियों—इतामार बेन-ग्विर (राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री) और बेजेल स्मोट्रिच (वित्त मंत्री)—पर यात्रा प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। इन मंत्रियों पर वेस्ट बैंक में फलस्तीनियों के खिलाफ हिंसा भड़काने के गंभीर आरोप हैं।
इन दोनों नेताओं पर यह प्रतिबंध 10 जून को आधिकारिक रूप से घोषित किया गया और अब वे इन पांचों देशों की यात्रा नहीं कर पाएंगे।

वेस्ट बैंक में बढ़ती हिंसा बनी कारण
इजरायल की वर्तमान नेतन्याहू सरकार में शामिल यह दोनों मंत्री लंबे समय से वेस्ट बैंक में यहूदी बस्तियों के विस्तार और फलस्तीनियों के खिलाफ कठोर रुख अपनाने के लिए बदनाम हैं। इन पर आरोप है कि इन्होंने कई बार घृणा और हिंसा को बढ़ावा दिया है, जिससे वेस्ट बैंक और गाजा में हालात और बिगड़े हैं।
इन देशों का कहना है कि यह कदम “मूल्य आधारित विदेश नीति” के तहत उठाया गया है और इसका उद्देश्य मध्य पूर्व में स्थिरता एवं मानवाधिकारों की रक्षा करना है।
समर्थक देशों का कठोर रुख
यह महत्वपूर्ण है कि ये पांचों देश—ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और नार्वे—अक्सर अमेरिका और इजरायल के करीबी माने जाते हैं और उन्होंने कई बार इजरायल का समर्थन किया है। इसके बावजूद इन देशों का यह कदम अंतरराष्ट्रीय समुदाय में इजरायल की नीतियों के प्रति असंतोष को दर्शाता है।

गाजा में जारी हिंसा, 17 फलस्तीनियों की मौत
इसी दौरान, गाजा पट्टी में इजरायली सेना द्वारा की गई ताज़ा कार्रवाई में हालात और बिगड़ गए हैं। मंगलवार को सेंट्रल गाजा में एक अमेरिकी समर्थित मानवीय सहायता केंद्र के पास इजरायली गोलीबारी में कम से कम 17 फलस्तीनियों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए। यह हमला ऐसे समय हुआ जब वहां जरूरतमंदों को सहायता सामग्री वितरित की जा रही थी।
घायलों को नुसरत के अल-आवदा अस्पताल और गाजा सिटी के अल-कुद्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इजरायली सेना का बयान
इजरायली सेना ने सफाई दी है कि गोलीबारी “संदिग्ध गतिविधियों” की प्रतिक्रिया में की गई, जिनसे सैनिकों को खतरा था। सेना ने इससे पहले गजावासियों को चेतावनी दी थी कि वे शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक अमेरिकी सहायता स्थलों की ओर न जाएं। इन मार्गों को “बंद सैन्य क्षेत्र” घोषित कर दिया गया था।