नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद देशभर में शोक और आक्रोश का माहौल है। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दुखद घटना के बाद अब कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार से संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तथा लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय एकजुटता का प्रदर्शन करने हेतु संसद के दोनों सदनों का विशेष सत्र तुरंत बुलाया जाए।

राहुल गांधी का प्रधानमंत्री को पत्र
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा,
“22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस महत्वपूर्ण समय में भारत को एकजुटता दिखानी चाहिए। मैंने प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया है कि संसद के दोनों सदनों का विशेष सत्र जल्द-से-जल्द बुलाया जाए, ताकि हम आतंकवाद के खिलाफ अपनी साझा प्रतिबद्धता को मजबूत कर सकें।”
राहुल गांधी ने कहा कि इस हमले ने भारत की आतंरिक सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और अब समय आ गया है कि सभी राजनीतिक दल एक मंच पर आकर आतंकवाद के खिलाफ एक स्वर में अपनी बात रखें।
मल्लिकार्जुन खड़गे की पहल
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र भेजा है। अपने पत्र में खड़गे ने लिखा है कि
“22 अप्रैल को बैसरन घाटी में हुए क्रूर आतंकवादी हमले के बाद देश में व्याप्त चिंता और आक्रोश को देखते हुए यह आवश्यक हो गया है कि हम संसद के माध्यम से अपनी सामूहिक इच्छाशक्ति और राष्ट्रीय एकजुटता का प्रदर्शन करें। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि जल्द से जल्द संसद के दोनों सदनों का विशेष सत्र बुलाया जाए।”
खड़गे ने जोर देकर कहा कि संसद का विशेष सत्र बुलाकर एक सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ देश की अडिग नीति को दोहराया जाए और शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाए।
हमले की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि 22 अप्रैल 2025 को आतंकियों ने पहलगाम के समीप बैसरन घाटी में पर्यटकों को निशाना बनाकर भीषण हमला किया था। हमलावरों ने स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी की, जिससे मौके पर ही कई लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए। हमले के बाद सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया और इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।

राजनीतिक प्रतिक्रिया
कांग्रेस के अलावा कई अन्य विपक्षी दलों ने भी सरकार से इस हमले पर संसद में चर्चा कराने और ठोस कदम उठाने की मांग की है। देशभर में आतंकी हमले को लेकर गुस्सा है और लोग केंद्र सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।