बीजिंग, चीन: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने पर वैश्विक प्रतिक्रियाएं तेज हो गई हैं। सोमवार को चीन ने कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा स्थिति को शांत करने के लिए उठाए जाने वाले सभी उपायों का स्वागत करता है। साथ ही उसने पहलगाम आतंकी हमले की ‘त्वरित और निष्पक्ष जांच’ का समर्थन भी किया है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने एक नियमित मीडिया ब्रीफिंग में कहा,
“चीन उम्मीद करता है कि भारत और पाकिस्तान संयम बरतेंगे, आपसी बातचीत और परामर्श के माध्यम से प्रासंगिक मतभेदों का समाधान करेंगे और क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता को बनाए रखने में संयुक्त प्रयास करेंगे।”

जांच में चीन की भागीदारी पर चुप्पी
हालांकि, जब गुओ जियाकुन से यह पूछा गया कि क्या चीन पहलगाम हमले की जांच में प्रत्यक्ष रूप से भाग लेगा, तो उन्होंने स्पष्ट जवाब देने से इनकार कर दिया। उल्लेखनीय है कि रूसी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार पाकिस्तान चाहता है कि चीन और रूस, दोनों पहलगाम आतंकी हमले की जांच प्रक्रिया में शामिल हों।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा कथित सीमा पार आतंकवाद के समर्थन को लेकर भारत ने कड़ी आपत्तियां जताई हैं, ऐसे में किसी भी बाहरी जांच दल की निष्पक्षता और विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठना स्वाभाविक है।
इस संबंध में पूछे गए एक अन्य सवाल पर भी चीनी प्रवक्ता ने जवाब देने से परहेज किया। उन्होंने केवल इतना कहा कि चीन दोनों देशों के बीच शांति बहाल करने के हर प्रयास का समर्थन करता है।
पहलगाम आतंकी हमले की चीन ने की थी कड़ी निंदा
चीन ने 23 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले की कड़ी निंदा की थी, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी, जिनमें से अधिकतर पर्यटक बताए गए हैं। इस हमले ने न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।
इस हमले के बाद पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी से फोन पर बात कर समर्थन मांगा था। चीन के सरकारी समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ के मुताबिक वांग ने डार को आश्वासन दिया, लेकिन भारत द्वारा सिंधु जल समझौता निलंबित करने जैसे कदमों पर कोई टिप्पणी नहीं की।

तुर्किए ने भी तनाव कम करने का किया आह्वान
भारत-पाकिस्तान तनाव पर तुर्किए ने भी प्रतिक्रिया दी है। तुर्किए के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने सोमवार को कहा कि उनका देश चाहता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम हो और दोनों देश शांति एवं स्थिरता की दिशा में आगे बढ़ें।
एर्दोगन ने क्षेत्रीय शांति के लिए संवाद और कूटनीतिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया।