नई दिल्ली, 11 अगस्त 2024: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को नेशनल हेराल्ड अखबार से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए तलब करने की योजना बनाई है। यह जानकारी कुछ सीनियर अधिकारियों ने पुष्टि की है जो इस घटनाक्रम से परिचित हैं।
मामले की स्थिति
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ईडी के सीनियर अफसरों ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि कांग्रेस नेता से फिर से पूछताछ की जरूरत हो सकती है क्योंकि एजेंसी अनियमितताओं की जांच को पूरा करना चाहती है। ईडी ने इस मामले में पहले ही 751 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। राहुल गांधी से पिछले साल जून 2022 में चार बैठकों के दौरान लगभग 40 घंटे तक पूछताछ की गई थी, जिसमें यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड (YY) के दैनिक कामकाज में उनकी भूमिका पर सवाल किए गए थे। राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी इस कंपनी में हिस्सेदार हैं।
सोनिया गांधी की स्थिति
इस बीच, सोनिया गांधी को फिर से पूछताछ के लिए बुलाए जाने की स्थिति स्पष्ट नहीं है। ईडी ने जुलाई 2022 में तीन दिनों में लगभग 11 घंटे तक सोनिया गांधी से पूछताछ की थी। पूछताछ के दौरान, एजेंसी ने वाईआई द्वारा असोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) के अधिग्रहण, एजेएल को कांग्रेस पार्टी द्वारा दिए गए 90.21 करोड़ रुपये के ऋण और मुंबई में एक संपत्ति के विकास से संबंधित लेन-देन के बारे में सवाल किए थे। ईडी के अधिकारी ने कहा, “हम एजेएल की जांच पूरी करने और अभियोजन शिकायत दर्ज करने की योजना बना रहे हैं। राहुल गांधी समेत सभी जुड़े लोगों को जल्द ही बुलाया जा सकता है।”
राहुल गांधी का दावा
हाल ही में, राहुल गांधी ने संसद में केंद्रीय बजट पर चर्चा के दौरान दिए गए अपने भाषण के बाद दावा किया था कि ईडी उन पर छापा मारने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि वह ईडी की इस योजना का बेसब्री से इंतजार करेंगे, क्योंकि उन्हें अंदरूनी सूत्रों से पता चला है कि छापेमारी की योजना बनाई जा रही है।
अभिषेक मनु सिंघवी का बयान
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने इस मामले को अकल्पनीय बताया है। उन्होंने कहा कि एजेएल मामले में ईडी की भूमिका विचित्र है, क्योंकि यहां किसी संपत्ति का हस्तांतरण नहीं हुआ और न ही कोई अपराध की आय हो सकती है। सिंघवी ने यह भी कहा कि यदि ईडी राहुल गांधी को परेशान करना चाहती है, तो यह उनकी इच्छा है।
पिछली पूछताछ में क्या कहा था सोनिया और राहुल ने?
पिछली पूछताछ के दौरान, सोनिया और राहुल गांधी ने ईडी अधिकारियों को बताया था कि यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड एक गैर-लाभकारी कंपनी है और नेशनल हेराल्ड की मूल कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के वित्तीय लेन-देन दिवंगत मोती लाल वोरा द्वारा संभाले जाते थे।
ईडी का दावा
6 जनवरी को एचटी की रिपोर्ट के अनुसार, ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले में कुल 988 करोड़ रुपये की आपराधिक आय की पहचान की है। इसमें 755 करोड़ रुपये की रियल एस्टेट और अन्य संपत्तियां, 90 करोड़ रुपये के शेयर और 2010-11 से अर्जित 142 करोड़ रुपये का किराया शामिल है। ईडी का दावा है कि वित्तीय वर्ष 2010-11 में वाईआई द्वारा कंपनी का अधिग्रहण करने के बाद से एजेएल ने विभिन्न प्रमुख शहरों से यह किराया कमाया है।