पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल में राजनीतिक विवाद गहराता जा रहा है। सोमवार को रेड रोड पर ईद-उल-फितर के अवसर पर आयोजित नमाज कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाषण को लेकर भाजपा ने उन पर तीखे हमले किए हैं। नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी के बयान को लेकर उन पर समुदायों के बीच वैमनस्यता फैलाने का आरोप लगाया है।

सुवेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री पर लगाए गंभीर आरोप
भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए ममता बनर्जी के बयान पर सवाल उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में विवादित बातें कहीं, जो सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाने वाली हैं। अधिकारी ने ट्वीट कर कहा,
“कौन सा धर्म गंदा है, ममता बनर्जी साहिबा? रेड रोड पर मुस्लिम समुदाय को खुश करने के लिए आपने अपनी लगभग समझ में न आने वाली उर्दू में कहा कि आप ‘गंदा धर्म’ या ‘डर्टी रिलिजन’ का पालन नहीं करतीं। आप किस धर्म की बात कर रही थीं? क्या सनातन हिंदू धर्म की?”
इसके अलावा, अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में ‘दंगा’ शब्द का कई बार उपयोग किया, जिससे उनकी मंशा पर सवाल उठते हैं। उन्होंने पूछा कि यह कार्यक्रम धार्मिक था या राजनीतिक? उन्होंने ममता बनर्जी पर समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि ऐसे कार्य उनके खिलाफ ही जाएंगे।
अमित मालवीय ने भी किया पलटवार
भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर हमलावर नजर आए। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा,
“क्या बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए सनातन धर्म ‘गंदा धर्म’ है? उनके शासन में कई बार हिंदू विरोधी दंगे हुए हैं, फिर भी उन्हें हिंदुओं का मजाक उड़ाने और उनके धर्म का अपमान करने की हिम्मत है। एक बार फिर, उन्होंने मुसलमानों को हिंदुओं को निशाना बनाने की खुली छूट दे दी है – इस बार ईद के धार्मिक मंच से। शर्म की बात है।”
अमित मालवीय ने ममता बनर्जी के नेतृत्व में राज्य में हुई सांप्रदायिक घटनाओं का भी जिक्र करते हुए उन पर हिंदू विरोधी राजनीति करने का आरोप लगाया।

ममता बनर्जी ने दिया जवाब, विपक्ष पर साधा निशाना
भाजपा नेताओं के हमलों के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपना पक्ष रखा। उन्होंने रेड रोड पर ईद की नमाज के बाद कहा कि वह सभी धर्मों के लिए अपना जीवन बलिदान करने के लिए तैयार हैं। बनर्जी ने विपक्षी दलों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का प्रयास कर रहे हैं।
“मैं किसी एक धर्म की नहीं, बल्कि सभी धर्मों की सेवा के लिए समर्पित हूं। कुछ लोग समाज में फूट डालने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन मैं उन्हें सफल नहीं होने दूंगी।”