चिड़ावा, 20 मार्च, 2025: गूरूवार को चिड़ावा पंचायत समिति के नूनिया गोठड़ा गांव में हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की व्यापक कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस अभियान का नेतृत्व चिड़ावा एसडीएम नरेश सोनी ने किया।
तीन टीमों में बंटी कार्रवाई, सात जेसीबी मशीनें तैनात
प्रशासन ने गांव में 149 अतिक्रमणों की पहचान की थी, जिन्हें हटाने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया था। सात जेसीबी मशीनों की मदद से लगभग 50 अतिक्रमणों को हटाया गया, बाकियों के पास न्यायालय के स्थगनादेश होने की वजह से अतिक्रमण नहीं हटाए जा सके।

सुरक्षा के थे कड़े इंतजाम
किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। डिप्टी चिड़ावा विकास धींधवाल, तहसीलदार कमलदीप पूनिया सहितचिड़ावा, झुंझुनूं, पिलानी, बगड़, सुलताना और मंड्रेला थानों से भारी संख्या में पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया था। इसके अतिरिक्त, राजस्थान सशस्त्र बल (आरएसी) की एक टुकड़ी भी सुरक्षा में जुटी थी।
हाईकोर्ट के आदेश के तहत सरकारी भूमि को किया गया मुक्त
अतिक्रमण हटाने का मुख्य उद्देश्य सरकारी भूमि को पुनः मुक्त कराना था। एक रिट के पक्ष में फैसला सुनाते हुए हाईकोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया जाए। प्रशासन ने इस अभियान को शांतिपूर्ण और निर्विवाद तरीके से पूरा किया।

एसडीएम नरेश सोनी ने बताया कि प्रशासनिक दल ने पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम किया। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आपातकालीन व्यवस्था भी लागू की गई थी।
इस कार्रवाई को लेकर गांव में चर्चा का माहौल बना हुआ है। प्रशासन का कहना है कि भविष्य में भी अवैध अतिक्रमण पर इसी तरह की सख्ती जारी रहेगी।